Ranchi : कोरोना के कहर में एक इंसान दूसरे इंसान से दूरी बनाने लगा था. दूरी तब और भी ज्यादा बढ़ गयी थी, जब कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाता था. कोरोना महामारी के बढ़ते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. आनन-फानन में व्यवस्था में बदलाव किया जाने लगा. रांची के सदर अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पताल में तब्दील कर दिया गया. कोविड के मरीजों के लिए यहां 300 बेड की व्यवस्था की गयी. इसमें 240 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 60 आइसीयू बेड था. कोरोना के शुरुआती दौर से लेकर अबतक यहां 1562 मरीजों का इलाज किया गया.
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पहली लहर में 187 और दूसरी लहर में 1375 मरीज हुए भर्ती
सदर अस्पताल में कोरोना की पहली और दूसरी लहर को मिलाकर अबतक 1562 मरीजों का इलाज किया गया. इसमें पहली लहर में 187 मरीज भर्ती हुए. जबकि कोरोना की दूसरी लहर में 1375 मरीज सदर अस्पताल में भर्ती हुए.
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सदर अस्पताल में 8 मरीज भर्ती
सदर अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ बीएन पोद्दार ने कहा कि कोरोना के बढ़ते ही सदर अस्पताल के चिकित्सकों के अलावा दूसरे मेडिकल कॉलेज और फील्ड के डॉक्टरों को भी सदर अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए लगाया गया था. बड़े पैमाने पर स्टाफ नर्सों की भी ड्यूटी लगाई गई. इसी का परिणाम है कि अब अस्पताल में कोरोना के मात्र 8 मरीज भर्ती हैं. इनमें 5 कोरोना निगेटिव हो चुके हैं, जबकि 2 पोस्ट कोविड के लक्षण वाले मरीज और एक नया मरीज मरीज भर्ती हुआ है.
उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में 60 आईसीयू बेड की व्यवस्था है. इसमें अलग-अलग श्रेणी के बेड है. इंवेंसीवे वेंटिलेटर, नॉन इंवेंसीवे वेंटिलेटर, हाई फ्लो और बाईपेप की सुविधा थी. मैनिफोल्ड सिस्टम से ऑक्सीजन सप्लाई किया गया था. उन्होंने कहा कि विषम परिस्थिति में हमारे चिकित्सक ने इस महामारी से मुकाबला किया और लोगों की जान बचाई है.