Varanasi / Badha : यूपी के वाराणसी में भेलखा गांव के समीप रिंग रोड पर सोमवार की सुबह हुए पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में बिहार के दो फरार आरोपी मारे गए. आमने-सामने की मुठभेड़ में एक दर्जन राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई. फायरिंग में दोनों बदमाश बुरी तरह जख्मी हो गए. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी.
दारोगा को गोली मारने का था आरोपी
दोनों आरोपी वाराणसी के रोहनिया क्षेत्र में एक दारोगा को गोली मार कर सरकारी पिस्टल, कारतूस, पर्स और मोबाइल लूटने की वारदात में वांटेड था. पुलिस ने दोनों की शिनाख्त समस्तीपुर के रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष के रूप में की. दोनों सगे भाई थे. तीसरा भाई ललन फरार है. वाराणसी में हुए पुलिस एनकाउंटर को लेकर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि दारोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही थी. सोमवार की सुबह पता लगा कि घटना में वांछित दो बदमाश भेलखा गांव के समीप रिंग रोड से गुजर रहे हैं. इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दोनों को रोकने का प्रयास किया तो वह फायरिंग शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए थे. पुलिस उन्हें अस्पताल लेकर गई थी. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी. एक बदमाश मौका पाकर फरार हो गया.
8 नवंबर को मारी थी दारोगा को गोली
यूपी के लक्सा थाने में तैनात 2015 बैच के दारोगा अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने रोहनिया थाना के जगतपुर क्षेत्र में प्लाट खरीदा है और अब वहीं मकान बनवा रहे हैं. बीते 8 नवंबर की शाम वर्दी पहने हुए अजय अपनी बुलेट से अपने प्लाट पजा रहे थे. इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें गोली मार दी थी. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. मामले की जांच में यूपी पुलिस जुटी है. इसी घटना में बिहार का एक आरोपी भी शामिल था.