Ranchi: स्वामी रामदेव के एलोपैथिक पर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ राज्य भर के करीब 20 हजार चिकित्सक गोलबंद हो गए. स्वामी रामदेव ने कहा था कि एलोपैथी की दवाई खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है. उनके इस बयान को लेकर आज राज्यभर के चिकित्सकों ने रोष जताया और काला बिल्ला लगाकर काम किया.

स्वामी रामदेव के बयान से चिकित्सक आहत
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विकास ने कहा कि हमें आयुर्वेद और योग से परेशानी नहीं है. इस कोरोना काल में सभी पद्धति को मिलकर भलाई करने की आवश्यकता थी. लेकिन बाबा रामदेव ने बयान देकर देश में एक युद्ध छेड़ दिया है. बाबा के बयान से देश की जनता को नुकसान होगा. वैक्सीन पर भी उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि हजार से अधिक डॉक्टरों की वैक्सीन लेने के बाद जान चली गई ये चिकित्सक समाज को आहत करता है.
इसे भी पढ़ें- आरपीएन ने डेडलाइन तय की, चार सदस्यीय फार्मूला बना, पर बीस सूत्री और निगरानी कमिटी धरातल पर नहीं
स्वामी रामदेव के बयान से पहुंचा ठेस- रांची IMA सचिव
रांची आईएमए के सचिव डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि बाबा योग गुरु हैं. उन्हें विवादित बयानों से बचने की जरूरत है. हमने इस कोरोना काल में लाखों लोगों की सेवा की है. उन्हें चिकित्सकों का उत्साहवर्धन करना चाहिए था. लेकिन उन्होंने ऐसा बयान देकर चिकित्सक समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है.
स्वामी रामदेव के बयान से हुई तकलीफ
वहीं रिम्स के मेडिसिन विभाग में बतौर सीनियर रेजीडेंट काम कर रहे डॉ कमलेश्वर महतो ने कहा कि बाबा रामदेव के बयान से काफी तकलीफ हुई है. इस संकट की घड़ी में मेहनत करने के बाद उनके इस बयान से हमारा हौसला कमजोर हुआ है.
[wpse_comments_template]