Ranchi : राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में लावारिस पड़े शवों का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया. रिम्स में पिछले कई माह से 20 शव लावारिस पड़े हुए थे. पुलिस ने शवों की पहचान के लिए कई बार आवेदन निकाला, लेकिन शवों की पहचान नहीं पायी. इसके बाद रविवार को मुक्ति संस्था ने सभी लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया. (पढ़ें, रांची: नगड़ी में कुआं से शव बरामद, पुलिस ने परिजनों को दी सूचना)
दाह संस्कार के बाद दी गयी मुखाग्नि
संस्था के सदस्यों ने रिम्स के मोर्चरी में पड़े सभी शवों को पैक कर ट्रैक्टर पर रखा. इसमें से कई शव काफी गल गये थे, इसलिए उसे प्लास्टिक में सील किया गया. इसके बाद सभी शवों को जुमार नदी के तट पर लाया गया. जुमार नदी के तट पर एक साथ 20 चिता सजायी गयी. जहां लावारिस शवों को मुखाग्नि दी गयी. इससे पहले विधि विधान के साथ दाह संस्कार की रस्म भी की गयी.
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पिछले 5 वर्षों से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार का कर रही मुक्ति संस्था
संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया सहित अन्य सदस्यों ने दाह संस्कार से पहले ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. फिर उन्हें लवारिश शवों को मुखाग्नि दी गयी. बता दें कि मुक्ति संस्था पिछले 5 वर्षों से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते आ रही है. इसमें शहर के कई बड़े व्यवसाई शामिल हैं, जो लावारिस शवों को मुक्ति प्रदान कर रहे हैं.
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