• 234 छात्रावासों में अनुसूचित जनजाति के लिए 144, अनुसूचित जाति के लिए 42, पिछड़ा वर्ग के लिए 17 और अल्पसंख्यक के लिए 31 हैं.
• वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 में होना है क्रमशः 139 व 82 छात्रावासों का जीर्णोद्धार.
• छात्रावासों में अब राज्य सरकार ही मुफ्त में देगी अनाज, रसोईया और सुरक्षा प्रहरी.
• कल्याण विभाग द्वारा हुए जीर्णोद्धार सभी छात्रावास अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए हैं.
Nitesh Ojha
Ranchi : राज्य के विभिन्न जिलों में ऐसे कई छात्रावास (हॉस्टल) हैं. जो खंडहर बन चुके हैं. उसे चिन्हित कर झारखंड सरकार अत्याधुनिक रूप दे रही है. कल्याण विभाग के मुताबिक राज्य में अभी 593 हॉस्टल चल रहे हैं. इसमें से कई छात्रावास तो राज्य गठन के बाद से जीर्णोद्धार की बाट जोह रहे थे. सभी छात्रावास अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए हैं. 593 में से 234 छात्रावास ऐसे हैं, जिनका जीर्णोद्धार (मरम्मति) का काम पूरा हो चुका है. वहीं 221 छात्रावास ऐसे हैं, जिनके मरम्मति की आवश्यकता है. जीर्णोद्धार हुए सभी 234 छात्रावास को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसी माह उद्घाटन करेंगे. इसकी तैयारी कल्याण विभाग द्वारा कर ली गयी है. अत्याधुनिक तरीके से बनाये गये इन छात्रावासों के पहले की स्थिति में सभी छात्र-छात्राएं खंडहर में रहने को विवश थे. लेकिन अब वे सुसज्जित छात्रावासों में रहेंगे. जहां सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी.
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आदिवासी बच्चियों को नहीं होगी अब कोई परेशानी
गौरतलब है कि बीते 4 अप्रैल को सरहुल पूजा को लेकर सीएम हेमंत सोरेन सिरम टोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छात्रावास की जर्जर स्थिति पर चिंता जतायी थी.उन्होंने कहा था कि कल्याण विभाग द्वारा संचालित हॉस्टल का जीर्णोद्धार कर खामियों को दूर किया जा रहा है. विभाग को उन्होंने जर्जर छात्रावासों के जीर्णोद्धार का तेजी से करने का आदेश दिया है. इससे आदिवासी बच्चियों को रहने और पढ़ाई करने में परेशानी नहीं हो.
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2022-23 और 2023-24 में क्रमशः 139 और 82 छात्रावासों के जीर्णोद्धार का है लक्ष्य
जिन 234 छात्रावासों का जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है, इनमें अनुसूचित जनजाति के 144, अनुसूचित जाति के 42, पिछड़ा वर्ग के 17 और 31 अल्पसंख्यक छात्रावास शामिल हैं. वहीं 221 छात्रावासों का जीर्णोद्धार काम को अगले दो वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में 139 एवं 2023-24 में 82 छात्रावासों का जीर्णोद्धार करना हैं.
जीर्णोद्धार हुए छात्रावासों में सरकार देगी निम्न सुविधाएं
- छात्रावासों में होगी रसोईया – राज्य सरकार अब जीर्णोद्धार होकर उन्नत हुए छात्रावासों रसोईया की व्यवस्था करेगी. इससे छात्रावास में रहने वाले बच्चे पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित कर पाएंगे. बता दें कि बीते दिनों दुमका में लड़कियों के एक हॉस्टल में आग लगने की घटना सामने आयी थी. यह आग तब लगी थी, जब एक लड़की एलपीजी सिलेंडर से खाना बना रही थी. घटना में बच्चों के बिस्तर, फर्नीचर, कपड़े और दस्तावेज जलकर राख हो गए. आग लगने से बचने के प्रयास में 24 वर्षीय एक लड़की का पैर भी टूट गया था.
- सुरक्षा की व्यवस्था – सरकार अब छात्रावासों में सुरक्षा प्रहरी की व्यवस्था करेगी. इसके लिए सुरक्षा प्रहरी की नियुक्ति होगी. मुख्यमंत्री ने रिक्त पड़े मानव बल को यथाशीघ्र भरने का आदेश विभाग को दिया है. वर्तमान में कुल 90 सुरक्षा प्रहरी एवं रसोईया कार्यरत हैं.
- सरकार मुफ्त देगी अनाज – पूर्व की व्यवस्था के तहत कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में रहने वाले छात्रों को घर से अनाज लाना पड़ता था. राज्य सरकार अब छात्रावासों में छात्रों के लिए अनाज भी उपलब्ध कराएगी. इसके लिए छात्रों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा.
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