New Delhi :भारतीय वायुसेना को और मजबूत करने के लिए फ्रांस से मंगाये गये राफेल का आज दूसरा जत्था भारत पहुंचेगा, 3 राफेल विमान बुधवार को गुजरात के जामनगर एयरबेस पर लैंड कराया जायेगा, वायु सेना के अधिकारियों ने 3 नवंबर को कहा कि इस घटनाक्रम से परिचित अंबाला में अपना पहला राफेल स्क्वाड्रन बनाने की तैयारी है.
फ्रांस से खरीदे गये हैं 36 राफेल जेट
बता दें कि फ्रांस से भारतीय वायुसेना ने 36 राफेल विमान खरीदे हैं, जिसमें 5 राफेल 29 जुलाई को ही भारत की सीमा पर प्रवेश कर चुके हैं, हालांकि 10 सितंबर को औपचारिक समारोह के साथ भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. आईएएफ की दी जानकारी के अनुसार तीनों राफेल विमान का रास्ते में कोई ठहराव नहीं होगा, फ्रांस से शुरू यात्रा के दौरान उनमें फ्रांसीसी और भारतीय विमानों का ईधन दिया जायेगा. बता दें कि फ्रांस में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू पायलट प्रशिक्षण के लिए सात राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
वायुसेना की क्षमता को मिलेगा बढ़ावा
अधिकारियों ने कहा कि राफेल विमान से पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान के साथ बन रहे तनाव को देखते हुए वायुसेना की क्षमता को बढ़ावा मिलेगा. भारतीय वायुसेना के बेड़े में जल्द ही 36 लड़ाकू विमानों के शामिल होने की संभावना हैं, सूत्रों की माने तो हर 2 महीनें में वायुसेना को 3 से 4 राफेल जेट दिये जाने की उम्मीद हैं, राफेल लड़ाकू विमान जून 1997 में रूसी सुखोई-30 के बाद 23 साल में भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाला पहला लड़ाकू विमान है। इसने वायुसेना की क्षमताओं को काफी बढ़ाया है।