Ayodhya : राम मंदिर का निर्माण संतोषजनक गति से आगे बढ़ रहा है. हमारे कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं. अक्टूबर 2023 तक राम मंदिर का पहला फेज पूरा हो जायेगा. एक से 14 जनवरी 2024 के बीच कभी भी प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है, भगवान राम की प्रतिमा के लिए पत्थरों का चुनाव जारी है, मंदिर निर्माण में मकराना के पत्थर का उपयोग हो रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने आज पत्रकारों को यह जानकारी दी.
इसे भी पढ़ें : दिल्ली कंझावला केस : गृह मंत्रालय का एक्शन, आरोपियों पर हत्या का केस चलेगा, 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड
अक्टूबर 2023 तक पहले तल का निर्माण पूरा हो जायेगा.
श्री राय के अनुसार रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य 50 फीसदी पूरा हो चुका है. गर्भ गृह की दीवारें पूरी हो चुकी हैं. अक्टूबर 2023 तक पहले तल का निर्माण पूरा हो जायेगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने शुक्रवार को राम मंदिर निर्माण से जुड़ी जानकारी पत्रकारों से साझा की. बताया कि 1992 से तराशे जा रहे पत्थरों का 10 फीट ऊंचा पिलर चारों तरफ खड़ा हो गया है. अब गर्भगृह के चबूतरे का काम शुरू हो गया है.
इसे भी पढ़ें : कोयला लेवी घोटाला : ईडी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर, कोरबा, दुर्ग, झारखंड के रांची सहित बेंगलुरु में छापा मारा
गर्भगृह की दीवार, खंभे और फर्श भी मार्बल के होंगे
चंपत राय ने कहा कि गर्भगृह के आसपास की दीवारें तैयार हो गयी हैं, मंदिर की भाषा में इन दीवारों को मंडोवर कहा गया है, यह दीवार भी पत्थरों की ऊंचाई के साथ चल रही हैं, गर्भगृह के चारों ओर की दीवार के बाद परिक्रमा मार्ग भी बराबर-बराबर ही ऊंचाई पर ले जाया जा रहा है. कहा कि गर्भगृह में सफेद पत्थर लगा हुआ है, वो मकराना का मार्बल है… गर्भगृह की दीवार, खंभे और फर्श भी मार्बल का होगा. बताया कि गर्भगृह को छोड़कर और पांच मंडप होंगे.