Ranchi : झारखंड के नगर निकायों में जरूरतमंद और असहाय लोगों के लिए बनाये गये 56 आश्रय गृह में एक साल में 26,563 लोगों को ठिकाना मिला है. रांची नगर निगम क्षेत्र के 10 आश्रयगृह समेत पूरे राज्य में चल रहे 56 आश्रय गृहों में जरूरतमंदों के लिए 1585 बेड की व्यवस्था की गयी है. रांची के 10 रैन बसेरों में 9 पुरुष और 1 महिला आश्रय गृह शामिल हैं, जो आईटीआई बस स्टैंड, बकरी बाजार, बिरसा मुंडा बस टर्मिनल, धुर्वा बस स्टैंड, जगरनाथपुर, कर्बला चौक, रिम्स, एजी मोड़ डोरंडा तथा मधुकम में संचालित किया जा रहे हैं. रांची नगर निगम क्षेत्र के रैन बसेरों की निगरानी के लिए पांच अधिकारियों की टीम बनायी गयी है. इसके अलावा 25 फील्ड स्टाफ को भी लगाया गया है, जो प्रतिदिन रात में रैन बसेरों का निरीक्षण करते हैं.
रांची नगर निगम क्षेत्र के लिए दो रेस्क्यू वाहन रवाना
भीषण ठंड को देखते हुए नगरीय प्रशासन के निर्देश पर सभी नगर निकायों में लगातार रात्रि अभियान चलाया जा रहा है. टीम में शामिल लोग खुले में सोने वाले बेघर और बेसहारा लोगों को आश्रय गृह में पहुंचा रहे हैं. ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों को आश्रय गृहों में पहुंचाने के उद्देश्य से नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने रांची नगर निगम को दो रेस्क्यू वाहन मुहैया कराया है. ये वाहन शहर के प्रमुख सड़कों, बाज़ार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसी जगहों पर नियमित रूप से भ्रमण कर बेघर व असहाय लोगों को आश्रय गृह पहुंचायेंगे.
रैन बसेरों में खाने-पीने समेत तमाम सुविधाएं मौजूद
रैन बसेरों में तमाम तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही है. असहाय और जरूरतमंदों के लिए नि:शुल्क भोजन, स्नान और शौचालय की सुविधा है. वहीं ठंड से बचाव के लिए रूम हीटर, बेड, लॉकर, कंबल, आरओ फ्रेश वाटर भी उपलब्ध हैं. आश्रय गृह में सुरक्षित परिवेश की व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है. साथ ही यहां रहने वाले बेघर व असहाय लोगों के लिए विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जुड़ने की सुविधा मुहैया करायी जा रही है. प्रचार के माध्यम से आश्रय गृह के संबंध में पूरी जानकारी भी दी जा रही है. नियमित रूप से माइक अनाउंसमेंट, होर्डिंग्स, फ्लेक्स, पोस्टर, रेडियो और जिंगल का प्रसारण कर आश्रय गृहों से संबंधित जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग सड़क किनारे न सोएं और आश्रय गृहों में शरण लें.
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