– राज्यसभा सांसद महुआ माजी मिलने पहुंची
– 7 फरवरी को स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक
– सत्ता पक्ष के विधायक राजेश कच्छप और कांग्रेसी नेता भी मिले
Ranchi: झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ एवं झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल का 14वां दिन है. जबकि आमरण अनशन का सातवां दिन है. अब तक 6 अनशनकारियों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. वहीं मुख्यमंत्री के आदेश पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी धरना स्थल पर पहुंची. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ संघ के 5 प्रतिनिधि वार्ता के लिए उनके आवास पर पहुंचे. जहां निर्णय हुआ है कि 7 फरवरी को स्वास्थ्य मंत्री के साथ मीटिंग होगी और संघ के 5 प्रतिनिधि इस मीटिंग में रहेंगे. वहीं माले के विधायक बिनोद सिंह ने भी अनुबंध कर्मियों से मिलकर उनकी मांगों को सुना.
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राजभवन के समक्ष डेरा डालने का संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने किया आह्वान
झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि अब जिलों में धरना प्रदर्शन नहीं कर कर्मचारियों ने राजभवन में डेरा डालने का निर्णय लिया है. 16 जनवरी की जैसी भीड़ अब हर रोज रांची में होनी चाहिए.
अनुबंध कर्मियों के प्रति हमारी सरकार गंभीर- राजेश कच्छप
वहीं सत्ताधारी दल के विधायक राजेश कच्छप भी अनशनकारियों से मिलने राजभवन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अपने कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान लाना चाहते हैं. इनकी मांगों पर हमारी सरकार निर्णय लेगी. इसे लेकर राज्य सरकार गंभीर है और बजट सत्र में जरूर सकारात्मक पहल किया जाएगा.
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अनुबंध कर्मियों की समस्याओं का होगा हल
वहीं कांग्रेसी नेता आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने भी राजभवन के समक्ष अनशन पर बैठे कर्मचारियों से मुलाकात की. इस दौरान सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि हमारी सरकार पुरानी पेंशन योजना, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, मनरेगा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि, पारा शिक्षकों के लिए बेहतर निर्णय लेने का काम किया है. मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री संवेदनशील है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस के लोग प्रयास करेंगे.