Ranchi: सिमडेगा पुलिस ने 80 लाख का जेवरात बरामद किया. लेकिन सिर्फ 25 लाख का जेवरात ही दिखाया. इस मामले की जांच सीआईडी कर रही है. इसी दौरान झारखंड सीआइडी की दो सदस्यीय टीम पूछताछ करने रायपुर पहुंची. इस सिलसिले में सीआइडी की टीम ने नवकार ज्वेलर्स के मालिक और रायपुर के गुड़ियारी थाने के विवेचना अधिकारी से पूछताछ की. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई.
इसे भी पढ़ें – UPTET का प्रश्नपत्र लीक, परीक्षा रद्द, STF ने कई लोगों को दबोचा
क्या है मामला
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित नवकार ज्वेलर्स से बीते दो अक्टूबर को चोरों ने 80 लाख के जेवरात की चोरी की थी. वहां से भागने के क्रम में तीन अक्टूबर को सिमडेगा के बांसजोर ओपी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान स्कार्पियो से भारी मात्रा में जेवरात की बरामदगी हुई थी. सिमडेगा के एसपी ने छह अक्टूबर के प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पांच अक्टूबर को चेकिंग के दौरान दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. जिनके पास से चोरी के 25 लाख के जेवरात बरामद किए गए हैं. जबकि गिरफ्तारी चार आरोपियों की हुई थी. इस बरामदगी के लिए एसपी ने बांसजोर ओपी प्रभारी सहित चेकिंग में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत भी किया था.
जिस मामले पुरस्कृत हुए थे, उसी में जेल भेजे गये
रायपुर पुलिस ने सिमडेगा पुलिस पर जेवरात गायब करने की शिकायत की थी. जिसके बाद रांची रेंज डीआइजी पंकज कंबोज की जांच के बाद पुलिस पर लगे आरोप सही पाए गए. डीआइजी के निर्देश पर एसपी ने बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार को निलंबित कर दिया. जिसके बाद एसआइटी की जांच हुई और पुलिस पर लगे जेवरात की हेराफेरी की पुष्टि के बाद सिमडेगा के बांसजोर के ओपी प्रभारी दारोगा आशीष कुमार, एएसआइ संदीप कुमार व पुलिस वाहन के चालक शाहिद को सिमडेगा पुलिस ने जेल भेज दिया. इनकी निशानदेही पर ही सिमडेगा में जांच के लिए एसआइटी ने 14.776 किलोग्राम चांदी का जेवरात बरामद किया था. जिस मामले में पुलिसकर्मी पुरस्कृत हुए थे,वो उसी मामले में जेल भेजे गए हैं.
इसे भी पढ़ें –CJI की राजनीतिक दलों को नसीहत, कानून बनाने से पहले नफा-नुकसान का आकलन नहीं करते, इसलिए विवाद पैदा होते हैं