Ranchi : झारखंड के 18 आकांक्षी (पिछड़े) जिलों के 1000 स्कूलों में बच्चे जल्द ही स्मार्ट क्लास से पढ़ाई कर सकेंगे. नीति आयोग के सहयोग से इन 1000 स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाया जा रहा है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, अभी तक कुल 820 प्राथमिक स्कूलों को स्मार्ट क्लास के रूप में बदला गया है. 1000 स्कूलों में 2 मॉडल के स्मार्ट क्लास बनाएं जाएंगे. पहले के तहत 470 स्कूलों में प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा. वहीं शेष 530 स्कूलों में 55 ईंच की टीवी के माध्यम से स्मार्ट क्लास चलायी जाएगी. इससे राज्य के लगभग पांच लाख छात्र लाभान्वित होंगे. नीति आयोग ने इसके लिए 20 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की है.
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इन 18 आकांक्षी (पिछड़े) जिलों में बनाया जा रहा स्मार्ट क्लास
जिला | कुल स्कूल, जहां स्मार्ट क्लास बनाया जाना है. | वैसे स्कूल जहां स्मार्ट क्लास का काम पूरा हुआ |
बोकारो | 56 | 47 |
चतरा | 56 | 13 |
दुमका | 56 | 29 |
गढ़वा | 56 | 45 |
गिरिडीह | 56 | 52 |
गुमला | 56 | 47 |
हजारीबाग | 56 | 48 |
खूंटी | 49 | 49 |
लातेहार | 56 | 50 |
लोहरदगा | 56 | 49 |
पाकुड़ | 56 | 38 |
पलामू | 56 | 52 |
पश्चिमी सिंहभूम | 56 | 48 |
पूर्वी सिंहभूम | 56 | 50 |
रामगढ़ | 56 | 56 |
रांची | 56 | 33 |
साहेबगंज | 56 | 39 |
सिमडेगा | 55 | 55 |
कुल | 1000 | 820 |
जानिए क्या है स्मार्ट क्लास

18 आकांक्षी जिलों में बनने वाले स्मार्ट क्लास में बच्चों को इंटरनेट या फिर प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई करायी जाती है. बच्चे बिना पेन-पेंसिल के ही पढ़ाई करेंगे. इसके लिए रिमोट का उपयोग किया जाएगा. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकारी और निजी स्कूलों के बीच की खाई को कम करने, डिजिटल तकनीक के बारे में जानकारी देने, बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा देने, छात्रों और शिक्षकों दोनों को एक साथ सीखने में काफी मददगार साबित होगी. पारंपरिक ब्लैकबोर्ड पद्धति की तुलना में एक स्मार्ट क्लास बेहतर शिक्षा का रास्ता खोलती है. सभी प्राथमिक स्कूलों के टीचर्स को भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

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