Ranchi : झारखंड में संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ एटीएस और जिला पुलिस की कार्रवाई जारी है. इसके बाद भी संगठित अपराध से जुड़े अपराधी गोलीबारी, रंगदारी और वाहनों में आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. फिलहाल झारखंड के आठ जिले संगठित अपराध की चपेट में हैं. इनमें रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, लातेहार, चतरा, रामगढ़ और हजारीबाग जिला शामिल है. इन आठों जिले में अलग-अलग अपराधिक गिरोह सक्रिय हैं. जो रंगदारी वसूलने के लिए आये दिन कारोबारियों को धमकी देने का काम कर रहे हैं. रंगदारी नहीं मिलने पर वे हत्या और गोलीबारी जैसी घटनाओं को अंजाम दिला रहे हैं.
हाल के दिनों में संगठित अपराध के खिलाफ हुई कार्रवाई :
- – 13 दिसंबर : हजारीबाग जिले में पिछले डेढ़ माह के दौरान हुई चार हत्याओं व रंगदारी से जुड़े कुछ मामले में एटीएस की टीम ने एक साथ रांची व हजारीबाग में आठ से दस स्थानों पर छापा मारा था और पांडेय गिरोह से जुड़े कई लोगों को हिरासत में लिया था.
- – 05 दिसंबर : लातेहार पुलिस ने हाइवा में आगजनी और फायरिंग मामले में संगठित अपराधिक गिरोह के छह अपराधियों को गिरफ्तार किया था. इसके पास से हथियार और कारतूस बरामद हुए थे.
- -12 दिसंबर : रामगढ़ पुलिस ने निर्माण कार्य में रंगदारी मांगने के आरोप में पांडेय-तिवारी गिरोह के चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था.
- – 05 दिसंबर : रांची के ओरमांझी में जमीन कारोबारी पर फायरिंग मामले में सुजीत सिन्हा का सहयोगी गिरफ्तार हुआ था.
जानें किस जिले में कौन सा अपराधिक गिरोह है सक्रिय :
- – अमन साहू गिरोह : रांची, लातेहार, रामगढ़, चतरा और हजारीबाग.
- – प्रिंस खान गिरोह : धनबाद, बोकारो.
- – विकास तिवारी गिरोह : हजारीबाग, रामगढ़.
- – अमन श्रीवास्तव गिरोह : रामगढ़, हजारीबाग.
- – अखिलेश सिंह गिरोह : जमशेदपुर.
मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगने से जेल में रुकेगा अपराध
झारखंड के जेल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक के बाद ही संगठित अपराध पर लगाम लग पायेगी. पूरे झारखंड में 31 जेल हैं. जिनमें सात सेंट्रल, 17 जिला और छह अनुमंडल कारा है. एक ओपेन जेल हजारीबाग में है. इन जेल में कई छोटे बड़े अपराधी बंद है. जो जेल में रहकर कारोबारियों से रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं. जेल में बंद अपराधी रंगादारी नहीं देने पर हत्या जैसे घटनाओं को अंजाम भी दिला रहे हैं.