Dhanbad : धनबाद एसीबी ने 12 घंटे के अंदर एक और पुलिस अधिकारी को घूस लेते गिरफ्तार किया है. लोयाबाद में दरोगा दशरथ साहू को एसीबी की टीम ने दस हजार रूपए घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. घटना सोमवार की शाम की है. पांच माह के भीतर लोयाबाद थाना में पदस्थापित दो प्रशिक्षु दारोगा एसीबी के हत्थे चढ़ चुका है. छह जून को दरोगा नीलेश सिंह को एसीबी टीम ने 15 हजार रुपए घूस लेते पकड़ा था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी दशरथ साहू को एसीबी की टीम अपने साथ ले गई.
इसे भी पढ़ें–बर्ड फ्लू के संभावित खतरे के मद्देनजर विभाग अलर्ट, दिसंबर में 8 हजार सैंपल भेजा जाएगा कोलकाता
केस से नाम हटाने के लिए घूस
लोयाबाद बासजोड़ा के रहने वाले पिंटू यादव से केस में नाम हटाने के नाम पर 20 हजार रुपये की मांग की गई थी. दस हजार रुपये पर बात तय हुई. पिंटू जब शाम थाना पहुंचा तो दारोगा दशरथ साहू अपने रूम में आराम कर रहा था. जब पिंटू ने कहा पैसे लेकर आया है तो अपने एक बैग की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पैसा बैग में डाल दो, पिंटू दस हजार बैग में डाल दिया. रकम देकर निकलते ही, एसीबी की टीम ने पकड़ लिया. हालांकि नियम के मुताबिक हाथ धुलवाया गया. हाथ से किसी तरफ का कलर नही बना. एससीबी के डीएसपी नितिन खण्डेलवाल ने कहा कि लोयाबाद थाना में कांड संख्या 54/22 दर्ज केस में नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की गई थी. दस हजार रुपये पर सहमति बनी थी. एसीबी से शिकायत के बाद मामले में कार्रवाई की गई.
इसे भी पढ़ें–रांची : झारखंड में ओपन कोटा से 23 और रिजर्व कोटा से 77 प्रतिशत होंगी नियुक्तियां
क्या है पूरा मामला
पिंटू यादव की माने तो केस नंबर 54 /22 में किसी पिंटू के नाम पर एफआईआर दर्ज हुई थी. दर्ज केस में दशरथ साहू आईओ थे. आरोप है कि पिंटू यादव को यह कहकर परेशान किया जाने लगा कि तुहारा नाम केस में है, तुमको केस में फंसा देंगे. उसके बाद पिंटू एसीबी के पास पहुंच गया. दरोगा तीन माह पहले बैंक मोड़ थाना से यहां पदस्थापित हुआ था. गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम सब इंस्पेक्टर को अपने साथ ले गयी.