Dumka:1.42 करोड़ की ठगी में मामला दर्ज कराने वाला ही आरोपी निकला. यह मामला दुमका के नगर थाना क्षेत्र का है. बीते आठ नवंबर को इस मामले में प्रमंडल में कार्यरत कैशियर पवन कुमार वर्मा ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो प्राथमिकी दर्ज कराने वाला ही मुख्य आरोपी निकला. जिसके बाद नगर थाने की पुलिस ने कैशियर पंकज कुमार वर्मा और कम्प्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई.जिसके बाद जेल भेज दिया गया.
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क्या है मामला
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल की ओर से जिले के रामगढ़ प्रखंड में बांसलोई नदी पर करीब 10 करोड रुपये की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है. पुल निर्माण का कार्य एबीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. एबीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना था. 28 अक्टूबर को कोषागार के माध्यम से 1.42 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. लेकिन यह राशि कंपनी के एकाउंट में स्थानांतरण नहीं होकर दूसरे एकाउंट में किया गया. इस मामले की खोजबीन की गयी तो पता चला कि एबीसी कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते के बदले हरियाणा के गुरुग्राम स्थित खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया है.
मामला दर्ज कराने वाला ही निकला आरोपी
जानकारी के मुताबिक, जिस एकाउंट में रूपया का ट्रांसफर किया गया, उसके संचालक ने तत्काल निकासी भी कर ली. इसके बाद कैशियर पंकज कुमार वर्मा ने नगर थाने में लिखित शिकायत की. इस शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की गई और फिर शिकायत करने वाला कैशियर ही मुख्य आरोपी निकला, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
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