LagatarDesk : हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों में भारी गिरावट देखने को मिल रही थी. इस गिरावट के कारण अडानी ग्रुप से निवेशकों का भरोसा भी उठ गया था. हालांकि अब धीरे-धीरे अडानी ग्रुप पर निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है. इन सब के बीच अडानी ग्रुप के हाथ बड़ी ब्लॉक डील लगी है. अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप की कंपनियों के 2.25 करोड़ शेयर खरीदे हैं. इस डील से अडानी ग्रुप ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर बेचकर 15,446 करोड़ जुटाये हैं. (पढ़ें, झारखंड बजट सत्र : विधानसभा पहुंचे वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, थोड़ी देर में करेंगे बजट पेश)
अडानी ग्रुप ने चार कंपनियों के शेयर बेचकर जुटाये इतने पैसे
जानकारी के अनुसार, अडानी ग्रुप ने अडानी इंटरप्राइजेज के 3,87,01,168 शेयरों के बदले 5,460 करोड़ रुपये मिले हैं. जबकि अडानी पोर्ट एंड एसईजेड के 8,86,00,000 शेयरों को बेचकर 5,282 करोड़, अडानी ट्रांसमिशन के 2,84,00,000 शेयर के बदले 1,898 करोड़ और अडानी ग्रीन एनर्जी के 5,56,00,000 शेयर बेचकर 2,806 करोड़ मिले हैं.
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निवेश के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स बना बेहद अहम निवेशक
अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि भारत के बेहद खास इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में निवेश करने के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स बेहद अहम निवेशक बन चुका है. हम जीक्यूजी के साथ ऐतिहासिक ट्रांजेक्शन को पूरा करने पर खुश हैं. जीक्यूजी पार्टनर्स के अध्यक्ष और सीआईओ राजीव जैन ने कहा कि इन कंपनियों के लॉन्गटर्म में डेवलपमेंट की काफी संभावनएं हैं. उन्होंने कहा कि हम इन कंपनियों में निवेश करके खुश हैं. जो भारत की इकोनॉमी को आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो रही हैं और आगे भी मददगार होंगी.
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