Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के फेज सात में स्थापित होने जा रहे इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में अब उद्यमियों ने रुचि दिखानी शुरू कर दी है. यहां उद्यमियों को प्रोजेक्ट लगाने के लिए कई तरह के सब्सिडी व छूट दिए जा रहे हैं. पिछले दिनों ईएमसी के लिए निकाली गई प्लॉट आवंटन के नोटिफिकेशन में कुल 30 प्लॉट का आवंटन हो चुका है. यहां कुल 52 प्लॉट उपलब्ध हैं, अब शेष 22 प्लॉट को आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके अलावा यहां नौ मंजिला फ्लैटेड फैक्टरी का निर्माण भी कराया गया है. इसमें फ्लैट के हर तल्ले को जरूरत के मुताबिक लीज पर लेकर भी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का काम कर सकते हैं. जानकारी देते हुए जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक प्रेम रंजन ने बताया कि अब तक 30 उद्यमियों के प्रोजेक्ट को जियाडा की प्रोजेक्ट क्लियरेंस कमेटी ने हरी झंडी दे दी है. इसमें सबसे बडे़ निवेशक के रूप में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की ही नामी गिरामी उद्यमी रमेश कुमार अग्रवाल की सीटीसी प्रिसिजन टूल्स प्राइवेट लिमिटेड सामने आई है. यह कंपनी ईएमसी साइट में ऐरो इलेक्ट्रॉनिक्स टूल्स निर्माण का कारखाना लगाएगी. जियाडा की (एलएसी) लैंड एलॉटमेंट कमेटी ने प्रोजेक्ट पास होते ही उन्हें दो एकड़ जमीन आवंटित कर दी है. प्रथम फेज में सीटीसी प्रिसिजन टूल्स 18 करोड़ रुपये निवेश करेगा. साथ ही स्थानीय 400 प्रतिभावान युवकों को रोजगार भी देगा.
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ईएमसी में उद्योग लगाए तो मिलेंगे यह फायदे
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार नए उद्यमियों को कई फायदे दे रही है. इसमें ईएमसी में जमीन की कीमत उद्यमियों को 50 फीसदी ही देनी होगी. वर्तमान में ईएमसी में करीब एक करोड़ रुपए प्रति एकड़ जमीन दर निर्धारित है, लेकिन उद्यमियों को मात्र 50 लाख में एक एकड़ जमीन मिलेगी. इतना ही नहीं यह कीमत उद्यमियों को 10 किश्तों में देनी है. इसके अलावा बैंकों से इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए ऋण लेने पर सरकार की ओर से सामान्य ब्याज में दो से ढाई फीसदी की छूट दी जा रही है. इसके अलावा कैपिटल निवेश पर भी सरकार 20 फीसदी की टैक्स में छूट देगी. ताकि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग की ओर राज्य के युवा उद्यमी मुखातिब हो सकें.
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इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग संमय की है मांग
आनेवाले समय में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का भारी डिमांड होगा. जिस कदर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स वाहनों की मांग बढ़ रही है, उसे देखते हुए यह कहना गैरवाजिब नहीं होगा कि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग संमय की मांग है. इन्हीं बातों को देखते हुए आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इसके लिए अलग क्लस्टर स्थापित किया गया है. उनके पास इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्लॉट के साथ किराए के स्पेस भी मौजूद हैं जो महज 15 रुपये प्रति वर्गफीट पर आवंटित की जा रही है. झारखंड सरकार भी इसमें सभी तरह से उद्यमियों को सहयोग कर रही है.
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