Adityapur : सरायकेला-खरसावां जिले के शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को कोराना पर जारी किए गए सरकारी गाइड लाइन की कतई परवाह नहीं है. पहले भी यहां बायोमीट्रिक हाजिरी पर रोक नहीं लगाई गई थी अब 10 जनवरी को ऑफनाइन कार्यशाला के लिये जारी चिट्ठी से तो यही प्रतीत होता है कि कोराना के प्रसार से शिक्षा महकमा बेखबर है.

सरकारी विभाग में ही पाबंदियों का उल्लंघन
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने बीते दिनों राज्य में 15 जनवरी तक कई पाबंदियां लगाने का आदेश जारी किया है. परंतु इन पाबंदियों का सरकारी विभागों में ही उल्लंघन हो रहा है. सरायकेला-खरसावां जिले में शिक्षा विभाग ने अभी तक बायोमीट्रिक हाजिरी बंद नहीं की है, जबकि जारी प्रतिबंध के तहत इस पर रोक है. अब शिक्षा विभाग ने वर्चुअल की जगह ऑफलाइन कार्यशाला का आदेश जारी कर दिया है.
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जिले में तेज रफ्तार से फैल रहा है कोरोना
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से निर्गत पत्र में 10 जनवरी को जिले के तमाम बीपीओ, बीआरपी तथा एमआईएस को-ऑर्डिनेटर को कार्यशाला में उपस्थित होने का आदेश जारी किया गया है. जबकि अभी सरायकेला- खरसावां जिले में कोरोना तेज रफ्तार से फैल रहा है. जिले में हर दिन कोरोना के कई मामले सामने आ रहे हैं. शनिवार को ही जिले में 50 संक्रमित मिले हैं.
कोरोना संक्रमित होने की आशंका से डरे हुए हैं कर्मचारी
इस आदेश से शिक्षा विभाग के कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने की आशंका से डरे हुए हैं. कर्मचारियों का मानना है कि अभी वर्चुअल मींटिंग होनी चाहिए थी, लेकिन पदाधिकारी ऐसे आदेश जारी कर कर्मचारियों को कोरोना की ओर धकेलने का काम कर रहे हैं. यह सरकार के कोरोना गाइड लाइन का भी घोर उल्लंघन है.
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