Adityapur (Sanjeev Mehta) : दुनिया के शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा मंगलवार को आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में हर्षाेल्लास के साथ की गई. हर वर्ष आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में सभी उद्योगों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. विश्वकर्मा पूजा कर्मचारियों के लिए त्योहार का दिन होता है. सभी औद्योगिक इकाइयों में कर्मचारी, मालिक और मजदूर एक साथ इस त्योहार को मनाते हैं. कंपनी में ही भोजन का प्रबंध और गाना-बजाना की व्यवस्था की जाती है. मजदूर वर्ग के लोग घर के लिए भी खाना ले जा सकते हैं. कर्मचारियों के बीच मिठाई का भी वितरण किया जाता है. एसिया के ट्रस्टी और ऑटो क्लस्टर के एमडी एसएन ठाकुर ने अपने प्रतिष्ठान में पूजा अर्चना के बाद सभी उद्यमियों को विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं दी.
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उन्होंने कहा कि बाबा विश्वकर्मा कर्मों के देवता हैं. बाबा विश्वकर्मा ने आदि काल में कई राज्य जैसे हस्तिनापुर, स्वर्गलोक, लंका और इंद्रपुरी आदि का निर्माण किया था. यही कारण है कि इन्हें निर्माण के देवता कहते हैं. एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल के औद्योगिक प्रतिष्ठान सुदीशा फाउंड्री, ट्रस्टी संतोष खेतान के खेतान उद्योग, इसरो के अध्यक्ष रूपेश कतरियार, इसरो के प्रदेश सदस्य मनोज कुमार की कंपनी ज्योति सेरो टेक्नोक्रेट्स, एसिया के ट्रस्टी दशरथ उपाध्याय की कंपनी हिरण्य उद्योग, वरिष्ठ उद्यमी गंगा शर्मा की कंपनी श्रीराम ऑटोमोबाइल आदि में भी संसार के शिल्पी बाबा विश्वकर्मा की पूजा धूमधाम से हुई और कर्मचारियों को इस मौके पर मिठाई आदि बांटी गई.
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1972 में हुई थी औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना
1972 में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण की स्थापना बिहार सरकार की ओर से की गई थी. उस समय यहां सिर्फ 50 उद्योग थे. बिहार सरकार ने इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एआईएडीए का गठन किया था. वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर 1500 के करीब हो गई है, जिनमें एक लाख से अधिक मजदूर काम करते हैं. इनके लिए विश्वकर्मा पूजा का त्योहार उत्सव के समान होता है. आसपास के गांव के लोग भी उस उत्सव में शरीक होने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र आते हैं औऱ मिठाइयां और उपहार प्राप्त करते हैं.
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