Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर विकास समिति की एक बैठक शनिवार देर शाम जयप्रकाश उद्यान में आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह की अध्यक्षता में हुई. इसमें राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत वृद्ध, विधवा एवं स्वामी विवेकानंद नि:शक्त स्वावलंबन पेंशन को दो हजार रुपए प्रति माह किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन करने की रणनीति बनाई गई. बता दें कि वर्तमान में सरकार द्वारा विधवा, वृद्धा एवं दिव्यांगजनों को एक हजार रुपए प्रति माह पेंशन दिया जाता है. वर्तमान में आदित्यपुर नगर निगम में करीब 7780, सरायकेला-खरसावां जिले में 1,20,720 एवं झारखंड राज्य के 24 जिलों में कुल 34,07,955 लोग पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं.
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दुर्घटना में मृतक के आश्रितों को चार लाख देने की मांग
बैठक में पुरेंद्र नारायण सिंह ने सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर एक लाख रुपए के स्थान पर चार लाख रुपए मृतक के आश्रित को सहायता राशि दिए जाने की मांग सरकार से की. बता दें कि राज्य राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) के तहत नदी में डूबने, वज्रपात, सर्पदंश के कारण मृत्यु होने पर मृतक के आश्रित को चार लाख रुपए एवं सड़क दुर्घटना में मृतक के आश्रित को सिर्फ एक लाख रुपए सहायता प्रदान की जाती है. साथ ही उन्होंने सरकार से यह भी मांग किया कि नदी में डूबने, सर्पदंश, वज्रपात या सड़क दुर्घटना में मृतक के आश्रित को तत्काल 50 हजार रुपए की सहायता राशि अंचलाधिकारी या प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रदान किया जाए ताकि परिवार मृतक का अंतिम संस्कार और श्राद्ध कर्म संपन्न करा सके. शेष राशि पूर्व की भांति सरकार मृतक के आश्रित को उपलब्ध कराये.
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अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपेंगे ज्ञापन
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि पेंशन राशि प्रतिमाह दो हजार रुपए एवं सड़क दुर्घटना में मृतक के आश्रित को चार लाख रुपए दिए जाने की मांग को सात अप्रैल को दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन अंचलाधिकारी गम्हरिया को सौंपा जाएगा. बैठक में पुरेंद्र नारायण सिंह, एस एन यादव, उमाशंकर राम, रामजी शर्मा, सत्य प्रकाश, रामचंद्र पासवान, कैलाश शाह, शैलेंद्र कुमार, अशोक सिंह, अनुज कुमार मिश्रा, शंभू प्रसाद, शशांक, प्रदीप प्रसाद, आशीष कुमार, सुबोध सिंह, देव प्रकाश, रघुनाथ प्रसाद सिंह, सुनील सिंह, कौशल सिंह, अयोध्या गिरी, विमल दास, एमएन सिंह, अधिवक्ता संजय कुमार, मिथिलेश कुमार झा, सूरज देव कुमार, संतोष महतो, सिमरन मेहरा उपस्थित थे.


