Ranchi : कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार हुए झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की आज ईडी कोर्ट में पेश नहीं हो सके. कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने के कारण कोलकाता जेल प्रशासन ने राजीव कुमार को रांची जाने की इजाजत नहीं दी. अब राजीव कुमार को शुक्रवार या शनिवार को ईडी कोर्ट में पेश किये जाने की संभावना है. पढ़ें – राजू श्रीवास्तव 8 दिनों से हैं बेहोश, शेखर सुमन ने ट्वीट कर कहा- दुआ कीजिए
इसे भी पढ़ें – इसी माह 5G सर्विस होगी शुरू, मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पेक्ट्रम असाइनमेंट लेटर जारी किया, कहा-तैयारी करो….
ईडी ने किया था केस को टेकओवर
ईडी राजीव कुमार के खिलाफ कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल की शिकायत की जांच कर रही है. पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज मामले को ईडी ने बीते 11 अगस्त को टेकओवर कर लिया था. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने ईडी के ओड़िशा क्षेत्रीय कार्यालय के उप निदेशक सुबोध कुमार को भी तलब किया और उनसे अपना बयान दर्ज करने को कहा था. बता दें कि सुबोध कुमार इससे पहले एजेंसी के रांची कार्यालय में उप निदेशक के पद पर तैनात थे. कोलकाता पुलिस ने राजीव कुमार के साथ उनकी कुछ कथित व्हाट्सएप बातचीत के आधार पर उन्हें तलब किया था. राजीव कुमार पर आरोप है कि उन्होंने याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा के साथ मिलकर कारोबारियों और कंपनियों से रंगदारी वसूलने के लिए जनहित याचिका दायर की थी.
इसे भी पढ़ें – इजरायल को पश्चिम एशिया का बड़ा खिलाड़ी करार दिया तुर्किये ने, Diplomatic Relation कायम किये, पाकिस्तान क्या करेगा
कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था
बता दें कि 31 जुलाई को कोलकाता पुलिस ने अधिवक्ता राजीव कुमार को 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ एक जनहित याचिका 4290/21 में उसकी सुरक्षा के नाम पर अमित अग्रवाल से जबरन वसूली की गई. नकदी के साथ उन्हें गिरफ्तार किया गया है. याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा ने अपने पीआईएल में दावा किया है कि मुख्यमंत्री, उनके परिवार के सदस्य और सहयोगी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उन्होंने विभिन्न मुखौटा कंपनियों के माध्यम से अपने बेहिसाब धन का शोधन किया है.
अमित अग्रवाल इस जनहित याचिका के प्रतिवादी नहीं हैं, बल्कि उनकी कंपनी ऑरोरा स्टूडियो प्रा. लिमिटेड को जनहित याचिका में एक संदिग्ध शेल कंपनी के रूप में नामित किया गया था. याचिकाकर्ता ने दावा किया कि अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री के करीबी हैं. हालांकि, प्रतिवादी के रूप में हेमंत सोरेन ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का जोरदार खंडन किया है. राजीव कुमार याचिकाकर्ता के वकील हैं.
इसे भी पढ़ें –कानपुर : ध्वस्त हुए पुल पर बोले PWD अधिकारी, भ्रष्टाचार से नहीं, चूहों ने खा डाला