Ranchi : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में राजधानी में मौतों का ग्राफ काफी बढ़ा है. पिछले कुछ दिनों की स्थिति को देखे, तो कई लोग संक्रमण की चपेट में अपनी जान गंवा चुके है. मरने के बाद कई आवश्यक कामों के लिए लोगों को डेथ सर्फिकेट बनाना जरूरी है. अब जब भी मृतक के परिजन रांची नगर निगम जाकर डेथ सर्फिकेट मांग रहे है, तो उनके सामने एक नयी समस्या सामने आ रही है. सर्फिकेट बनाने वाले निगमकर्मी आवेदकों से कह रहे है कि अगर किसी का पति मरा हो, तो पहले उसके पत्नी को लाओ, तभी उन्हें डेथ सर्फिकेट मिलेगा. दो तीन व्यक्ति की तरफ से यह शिकायत मिली है. ऐसे यह एक बड़ा सवाल है कि कोरोना संक्रमण से जिस व्यक्ति को बड़ा दर्द दिया हो, उनके साथ यह नये-नये पेंच लगाकर निगम कर्मी एक नया दर्द दे रहे है.
पहले ही सर्टिफिकेट बनने में लग रहा समय, ऊपर से निगमकर्मी खड़ा कर रहे नयी परेशानी
बता दें कि संक्रमण के कारण डेथ सर्फिकेट बनने का आकंड़ा काफी बढ़ गया है. केवल अप्रैल में ही 1100 के करीब डेथ सर्फिकेट बनाये गये है, जो सामान्य दिनों में बनने वाले आकंड़े से काफी अधिक है. एक सर्टिफिकेट बनने में आज 10 से 15 दिन लग रहे है. ऐसे में परिजनों को निगम कार्यालय में डेथ सर्फिकेट बनाने में लगातार चक्कर लगाना पड़ रहा है. ऊपर से निगम कर्मी अब पत्नी को लाओ, संबंधित व्यक्ति को लाओ की बात कहकर, परिजनों के समक्ष एक नयी परेशानी खड़ा कर रहे है.
ऐसा कहना पूरी तरह से गलत, अगर परेशानी हो तो पर्सनल नंबर पर करें शिकायत : डिप्टी मेयर
मामले को लेकर जब डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय से बात की गयी. तो उन्होंने कहा कि ऐसा कहना पूरी तरह से गलत है. मरने वाले व्यक्ति का कोई भी ब्लड रिलेशन वाला व्यक्ति आवेदन कर सर्फिकेट ले सकता है. फिर भी अगर किसी को कोई परेशानी होती है तो परिजन उनके पर्सनल नंबर 9431115825 पर शिकायत कर सकते है.
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