Ranchi : राज्य के कृषि फीडरों को सौर ऊर्जा युक्त किया जाएगा. जेबीवीएनएल योजना की तैयार कर चुका है. जेबीवीएनएल आधिकारिक सूत्रों की मानें तो कृषि फीडर पर पिछले तीन साल से काम किया जा रहा था. योजना के अनुसार 24 जिलों के ग्रामीण इलाकों में कृषि फीडर तैयार किये गये, जिससे कृषकों को लाभ मिलें. इसी कड़ी में, अब इन फीडरों को सौर ऊर्जा युक्त करना है, जिससे बिजली कटने पर भी किसानों को निर्बाध बिजली मिलें.
आने वाले एक दो दिन में कृषि मंत्री के साथ जेबीवीएनएल अधिकारियों की बैठक है, जिसमें इस पर चर्चा की जाएगी. फीडरों को सौर ऊर्जा युक्त करने का काम जेबीवीएनएल की ओर से किया जाएगा. इसमें झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी की भूमिका नहीं होगी. कृषि फीडर बनाने के लिए राज्य में 203 जगह चिह्नित किये गये थे, जिसमें जेबीवीएनएल ने काम किया.
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बनाया गया है नेटवर्क
जेबीवीएनएल की मानें तो राज्य में कृषि फीडर के लिए अलग से नेटवर्क बनाया गया है. इसमें कुल कृषि फीडर अब तक बने हैं. राज्य में योजना के अनुसार कुल 373 कृषि फीडर बनाये जाने हैं. इनमें से कुछ में काम पूरा हो गया है. जबकि कुछ में काम जारी है. इसके तहत 4785 किलोमीटर सर्किट तैयार किया गया है, जिसका लक्ष्य 4900 किलोमीटर था. बीच में कोविड महामारी के कारण काम प्रभावित रहा.
वहीं महामारी से स्थिति उभरने के बाद इस पर फिर से काम किया जा रहा है. इसके लिये हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, रांची, खूंटी और लोहरदगा में कृषि फीडर का बड़ा नेटवर्क तैयार किया है. अन्य जिलों में भी इसके लिये नेटवर्क तैयार है. बता दें कि कृषि फीडर को सौर ऊर्जा से जोड़ने पर सहमति के बाद इसके लिये अंशदान तय किया जायेगा, जो राज्य और केंद्र सरकार का अलग-अलग होगा.
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