Mithilesh Kumar
Dhanbad : नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत धनबाद (Dhanbad) जिले के सभी अंचलों में वायु प्रदूषण नियंत्रण केंद्र (एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन) लगाने की योजना अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई. एक साल बीत जाने के बाद भी धनबाद नगर निगम ने न तो टेंडर फाइनल किया, न ही इसकी कोई चर्चा है. पूछने पर अधिकारी इस मामले की जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं. ज्ञात हो कि वर्ष 2021 में निगम के अधिकारियों ने इस कार्य के लिए 10 करोड़ रुपए का फंड उपलब्ध होने की बात कही थी. यह भी बताया था कि पांचों अंचलों धनबाद, सिंदरी, झरिया, कतरास और छाताटांड़ में एक-एक डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाएगा. एंबिएंट एयर मॉनिटरिंग स्टेशन लगाने पर नगर निगम 10 करोड़ खर्च करेगा.
योजना की फाइनल हो चुकी है डीपीआर
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत शहरी क्षेत्र में प्रदूषण मापक यंत्र लगाया जाना है. इसकी डीपीआर पहले ही फाइनल हो चुकी है. पिछले साल टेंडर भी निकला था, जिसमें कुछ एजेंसियों ने टेंडर डाला भी था. लेकिन निगम की शर्तों और कमीशन के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा.
वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगने से ये होते फायदे
नगर निगम क्षेत्र में वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगने से राज्य प्रदूषण बोर्ड को प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलती. प्रत्येक स्टेशन के डिसप्ले बोर्ड पर हर मिनट प्रदूषण के स्तर का पता लगाना आसान हो जाता. इसमें धूल कण, पीएम-10, पीएम 2.5 का स्तर कितना है यह आसानी से पता लग जाता. इसके आधार पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रशासन की आगे की कार्ययोजना आसान हो जाती. वर्तमान में सिर्फ धनबाद के जोड़ाफाटक रोड में ही झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाया गया है.
प्रोजेक्ट की कोई जानकारी नहीं : सहायक नगर आयुक्त
इस संबंध में पूछे जाने पर धनबाद के सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार ने कहा कि मुझे प्रोजेक्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसलिए फिलहाल ज्यादा कुछ नहीं कह सकता.
यह भी पढ़ें : धनबाद : गैंगस्टर प्रिंस के भाई गॉडविन और बंटी की जमानत अर्जी खारिज