Chaibasa : पीएलएफआई के एरिया कमांडर अजय पूर्ति उर्फ मनोज का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. इस गिरफ्तारी ने बंदगांव, गुदड़ी क्षेत्र के लोगों को राहत की सांस दी है. अजय पूर्ति पर हत्या, लूट, लेवी, अपहरण जैसे कई मामले दर्ज हैं. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का दाहिना हाथ माना जाने वाला अजय पूर्ति खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के गाड़ामारा गांव का रहनेवाला है. वह अपराध की दुनिया में बहुत कम उम्र में ही शामिल हो गया था. 17 साल में ही वह सबसे पहले प्रतिबंधित संगठन जेएलटी (झारखंड लिबरेशन टाइगर) संगठन से जुड़ गया. बाद में इस संगठन को पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) . नाम दे दिया गया. 18 साल तक अजय पूर्ती ने कई जगहों पर दहशत फैलाई. 22 साल की उम्र में उसने पश्चिम सिंहभूम के टोकलो क्षेत्र में 31 जनवरी 2008 को हत्या व लूट की घटना को अंजाम दिया. उसके द्वारा लगातार घटनाओं को अंजाम दिए जाने के कारण पुलिस ने उस पर दो लाख रुपये का इमान घोषित किया था.
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अजय पूर्ति ने केवल दूसरी कक्षा तक की पढ़ाई
अजय पूर्ति विभिन्न नामों से जाता है. सरकारी दस्तावेज के मुताबिक अजय पूर्ति ही मनोज पूर्ति उर्फ बिरसा हस्सा पूर्ति उर्फ बुढ़ा उर्फ रूठा के नाम से जाना जाता है. उसकी वर्तमान उम्र 35 साल है. उसने अभी अपना ठिकाना गुदड़ी थाना क्षेत्र के गुदीदिरी गांव में बनाकर रखा था. उनकी पढ़ाई दूसरी कक्षा तक ही हुई है. उसके खिलाफ उग्रवादी घटनाओं के कुल 50 कांड दर्ज हैं. इनमें चाईबासा जिला में 43 कांड और खूंटी में सात कांड दर्ज है.