Ranchi: ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी एसोसिएशन (एआईएमएलटीए) के 42वें वार्षिक अधिवेशन की शुरुआत शुक्रवार को रिम्स ऑडिटोरियम में हुई. तीन दिवसीय इस अधिवेशन का समापन 13 नवंबर को होगी. गौरतलब है कि इस अधिवेशन में कश्मीर से कन्याकुमारी के करीब एक हजार डेलीगेट शामिल हुए हैं. वहीं कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई. मुख्य अतिथि बन्ना गुप्ता ने वार्षिक पत्रिका का विमोचन किया. शनिवार को देश के विभिन्न हिस्सों के लैबोरेट्री टेक्नीशियन के रिसर्च पेपर को प्रस्तुत किया जाएगा. बाहर से आए डेलीगेट रिसर्च पेपर पर परिचर्चा करेंगे. अधिवेशन के अंतिम दिन संघ का चुनाव किया जाएगा. तीन साल के कार्यकाल के लिए यह चुनाव किया जाता है.
जब खून के रिश्ते कमजोर हो रहे थे, तब मानवता के रिश्ते ने काम किया
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना के वक्त लैब टेक्नीशियन ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी. उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग मानवता और सेवा भाव का विभाग है. कोरोना काल में मैं खुद पीपीई किट पहनकर अस्पताल में जाता था ताकि अपने विभाग के कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया जा सके.
कोरोना काल में संसाधन की थी कमी
बन्ना ने कहा कि कोरोना काल में हमारे राज्य में संसाधन की कमी थी. सरकार ने अपने संसाधन को मजबूत किया. इसी कड़ी में ट्रू नेट, आरटीपीसीआर लैब और कोबास-6800 जैसी उन्नत मशीनें खरीदी गयी. लैब टेक्नीशियन मरीज के लिए पहले डॉक्टर होते हैं. उनके जांच रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर इलाज की लाइन ऑफ ट्रीटमेंट तय करते हैं. उन्होंने मंच से कहा कि चिकित्सा व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है. सर्दी-खांसी में एंटीबायोटिक खिलाने वाले डॉक्टरों से आग्रह है कि इसके कम से कम सेवन की सलाह दे.
एक्सटेंशन और अनुबंध में विश्वास नहीं करती है हमारी सरकार
बन्ना ने कहा कि हमारी सरकार एक्सटेंशन और अनुबंध पर विश्वास नहीं करती है. सरकार स्वास्थ्य विभाग में 1900 पदों पर सीधी नियुक्ति करने की तैयारी में है. वहीं 200 आयुष चिकित्सकों की भी बहाली की जाएगी.
अधिवेशन में शामिल डेलीगेट ने क्या कहा
ऐसे आयोजन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है : सुधाकर सिंह
दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से आए लैब टेक्नीशियन सुधाकर सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन से एक दूसरे से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. चिकित्सा पद्धति में बहुत बदलाव होते रहते हैं. ऐसे में यह आयोजन हम तमाम लैब टेक्नीशियन का ज्ञान वर्धन करेगा. विभिन्न प्रदेशों की कार्यशैली को सीखने का अवसर मिलेगा.
यूपी की तरह हमें भी अधिकारी का दर्जा मिले : सूर्यवंश यादव
डीएमसीएच दरभंगा से आए लैब टेक्नीशियन सूर्यवंश यादव ने कहा कि हम लोगों ने अपनी एकजुटता दिखाई है. मरीज, डॉक्टर और नर्सों की भूमिका को समझते हैं, लेकिन इसके पीछे का किरदार लैब टेक्नीशियन होता है. हमारे द्वारा किए गए जांच के आधार पर ही चिकित्सक लाइन ऑफ ट्रीटमेंट तय करते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 20 साल तक काम करने वाले लैब टेक्नीशियन को अधिकारी का दर्जा दिया जाता है. इस अधिवेशन के माध्यम से हम सभी भारत सरकार से मांग करते हैं कि झारखंड-बिहार में भी ऐसी व्यवस्था कायम होनी चाहिए.
सेमिनार और कॉन्फ्रेंस हम सभी के लिए लाभदायक : डॉ शक्तानंद चौधरी
पटना से अधिवेशन में शामिल होने के लिए आए ऑल इंडिया मेडिकल लेब्रोटरी टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के एडिटर डॉ शक्तानंद चौधरी ने कहा कि सभी लैबोरेट्री टेक्नीशियन को एकजुट करना अधिवेशन का मुख्य मकसद है. इसके साथ अपने प्रोफेशन को अपग्रेड करने के उद्देश्य से हम सभी एकजुट हुए हैं. हमारे द्वारा बनाए गए रिसर्च पेपर का प्रकाशन किया जाता है. अधिवेशन के माध्यम से चिकित्सा विज्ञान से जुड़े लोगों को ज्ञानवर्धन करना है. क्योंकि प्रत्यके 3 साल में चिकित्सा व्यवस्था और इसकी पद्धति में बदलाव होती है. बदलते विज्ञान के दौर में सेमिनार और कॉन्फ्रेंस हम सभी के लिए लाभदायक होगा. इससे देश और राज्य के मरीजों को फायदा होगा.
अधिवेशन का फायदा समाज को मिलेगा : रामाशीष सिंह
अमालटा के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन रामाशीष सिंह ने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से हम सभी लैबोरेट्री टेक्नाीशियन को बेहद फायदा होगा. कोरोना काल में विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरह के लक्षण एक दूसरे ने देखा है. इसी आधार पर कुछ रिसर्च भी किए गए हैं. सभी रिसर्च पेपर को शनिवार को पढ़ा जाएगा और इसके पावर प्रेजेंटेशन दिखाया जाएगा. साइंटिफिक सेमिनार के माध्यम से हम सभी एक दूसरे के साथ ज्ञान का आदान प्रदान करेंगे. इसका फायदा समाज को दिखेगा.
लोगों का ज्ञान बढ़ेगा और समय की बचत होगी : एआर देशमुख
मुंबई से आए ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एआर देशमुख ने कहा कि शनिवार को पेपर प्रेजेंटेशन किया जाएगा. कोरोना काल में काम करने वाले लैब टेक्नीशियन द्वारा किए गए साइंटिफिक रिसर्च को रखा जाएगा. इस पर विचार और मंथन किया जाएगा. सभी लोग इसको समझेंगे. बड़ी तादाद में लोग पहुंचे हैं. इससे समय बचेगा और लोगों का ज्ञान बढ़ेगा. हमारे द्वारा की गई जांच के आधार पर डॉक्टर इलाज की प्रक्रिया को अपनाते हैं. सही जांच से बीमारी का इलाज सही तरीके से होगा. इससे एंटीबायोटिक का इस्तेमाल ना के बराबर होगा.
रिसर्च के साथ लैब टेक्नीशियन आए हैं : देवेंद्र प्रसाद
अमालटा बिहार के सेक्रेटरी देवेंद्र प्रसाद ने कहा कि चिकित्सा जगत में तीन साल के बाद बदलाव हो जाता है. नए साइंटिफिक रिसर्च के साथ लैब टेक्नीशियन आए हैं. इसके लिए अधिवेशन बेहद महत्वपूर्ण है और साल में एक बार आयोजन किया जाता है. पहले दिन के साइंटिफिक सेमिनार में 20 रिसर्च पेपर आए है. इसके आधार पर हम सभी के बीच परिचर्चा होगी. कोविड के निगेटिव और पॉजिटिव प्वाइंट पर चर्चा होगी. साथ ही नई बीमारियों के विषय में भी चर्चा की जाएगी.
झारखंड आकर काफी अच्छा लगा : एन कुटीराज
गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज तमिलनाडु में काम कर रहे लैब टेक्नीशियन एन कुटीराज ने कहा कि झारखंड आकर काफी अच्छा लगा. यहां के वातवरण और यहां के लोगों से अधिवेशन में बहुत कुछ सिखने का मौक मिला है. अगले दो दिनों में यह अधिवेशन हम सभी का ज्ञानवर्धन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
दो दिनों तक नई तकनीक पर मंथन होगा : मनोज कुमार
रांची के सदर अस्पताल में बतौर लैब टेक्नीशियन काम कर रहे मनोज कुमार ने कहा है कि छोटे शहरों की चिकित्सा पद्धति और महानगरों की चिकित्सा पद्धति अलग है. अधिवेशन के माध्यम से वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है. अगले दो दिनों तक नई तकनीक पर मंथन होगा और यह हम सभी के लिए एक अच्छा मौका है कि हम एक दूसरे के साथ ज्ञान का आदान-प्रदान करें.
बिना जांच का एंटीबायोटिक का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए : डॉ जितेंद्र कुमार
सीसीएल गांधी नगर के माइक्रोबायॉलजी विभाग के एचओडी डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि बिना जांच का एंटीबायोटिक का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. छोटे बच्चे को भी बिना जांच के ज्यादा पावर का एंटीबायोटिक दिया जा रहा है. इसे रोकने की जरूरत है. एंटीबायोटिक सेंसटिविटी टेस्टिंग कराने की जरूरत है. शनिवार को मेरे द्वारा म्यूकरमाइकोसिस पर अधिवेशन में व्याख्यान भी दिया जाएगा.
अधिवेशन में परिचर्चा से ज्ञान बढ़ेगा : राजीव रंजन
ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री और रिम्स ब्लड बैंक में बतौर लैब टेक्नीशियन काम कर रहे राजीव रंजन ने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से हुए परिचर्चा से ज्ञान बढ़ेगी. साथ ही हम सभी के काम करने की क्षमता भी बढ़ेगी.