Palamu: ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के नाम पर मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा के नये-नये मामले देखने को मिल रहे हैं. मनरेगा योजना में प्रवासी मजदूरों को जोड़ने की पहल भी की गयी थी. लेकिन कोरोना काल के दौरान इसमें बिना काम किये ही फर्जी दस्तावेज के आधार का राशि गबन करने के कई मामले समाने आ चुके हैं.
खासकर मजदूरों के नाम मेंशन कर राशि गबन की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. मनरेगा योजना में मजदूरों के नाम पर की जा रही लूट से भले ही रोजगार सृजन को बढ़ता दिख रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करता है.
इसे भी पढ़ें –संसदीय पैनल ने ट्विटर और IT अधिकारियों को 18 जून को पेश होने को कहा, कांग्रेस टूलकिट का मुद्दा उठेगा !
ताजा मामला पलामू जिला के रामगढ़ प्रखंड का है
केस स्टडी-1 प्रखंड के बेडमा बभंडीह के कोरवादोहरी टोला में बिरसा मुंडा के खेत में डोभा निर्माण स्वीकृत है. जिसका योजना कोड 3405002025/IF/7080901378229 है. इसकी प्राक्कलित राशि 1.31 लाख है. कोरवादोहरी टोला के ग्रामीणों को योजना स्वीकृति की कोई जानकारी नहीं है और न ही पिछले 2 महीने के दौरान कोई डोभा निर्माण का कार्य किया गया है. जबकि उक्त योजना में 10 मई से 2 जून तक 13 मजदूरों के नाम से 49950 रूपये की फर्जी निकासी कर ली गई है. सिर्फ यही नहीं उन मजदूरों के नाम से 3 से 9 जून तक डिमांड भी किया गया है. पिछले वित्तीय वर्ष में 63722 रूपये की निकासी कर ली गई थी.
केस स्टडी-1 योजना विकास बारला के खेत में डोभा निर्माण है. जिसका योजना कोड 3405002025/IF/7080901378230 है. इसकी प्राक्कलित राशि 1.31 लाख है. लाभुक स्वयं यहां के वार्ड सदस्य भी हैं. उन्होंने योजना स्थल को दिखाते हुए बताया कि योजना पिछले बरसात के पहले ही पूर्ण कर ली गई थी. पंचायत के मुखिया ने कहा कि अभी बिल फ़ाइनल नहीं हुआ है. फोटो वगैरह कराना है, फिर उसी ने कोठी महुआ के मजदूरों से झाड़ी सफाई कराई है. योजना में इस साल दूसरा कोई काम नहीं किया गया है. जबकि इस योजना में भी 10 मई से 23 मई तक 32400 रूपये की निकासी की गयी है. पिछले साल इसमें 52364 रूपये की निकासी की गयी थी. इसमें कोरवादोहरी टोला विकास बारला एवं उनकी पत्नी नमलेन समद, किशोर कंडूलना, आशिष कंडूलना, कुंवारी मुरुम, विश्वासी बागे, फगुआ कंडूलना, सुधीर कंडूलना और मेरी अल्बीना सोय के नाम से दो-दो सप्ताह का हाजरी बनाया गया है. इनमें से सुधीर कंडूलना राजमिस्त्री का काम हमेशा करते हैं. मेरी अल्बीना 10 दिन पहले ही मना बनी हैं. वहीं फगुआ कंडूलना काफी बुजुर्ग हैं.
क्या कहते हैं झारखंड नरेगा वॉच के संयोजक जेम्स हेरेंज
इस बारे में जेम्स हेरेंज का कहना है कि ऐसे ही तीसरी योजना ग्राम-बेडमा, कोरवा दोहरी से हरि भुइयां के घर होते हुए शिव स्थान तक मिट्टी मोरम पथ निर्माण है. इसमें भी ग्रामीणों ने बताया पूरा काम जेसीबी द्वारा एक महीने पूर्व करा लिया गया है. लेकिन इसमें मुखिया, रोजगार, पंचायत सचिव और प्रखंडकर्मियों की मिलीभगत से लगातार फर्जी मजदूरों के नाम से सरकारी राशि की गबन की जा रही है. उपरोक्त गड़बड़ियों से सबंधित शिकायतों पर कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों से पत्राचार की जाएगी.
इसे भी पढ़ें –वाटर कनेक्शन देने के नाम पर वसूली, जलडेगा जलापूर्ति योजना को लेकर ग्रामीणों ने की शिकायत