धनबाद :  इंदिरा चौक पर भू-धंसान से हड़कंप, विधायक ने BCCL और प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

Dhanbad :  झरिया के इंदिरा चौक के समीप झरिया-सिंदरी मुख्य मार्ग से कुछ ही दूरी पर शुक्रवार देर रात अचानक भू-धंसान की घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. इस हादसे में वर्षों से एक स्थान पर खड़ी पुरानी 407 गाड़ी देखते ही देखते जमीन में समा गई. जमींदोज हुई गाड़ी मोहम्मद रियाज नामक व्यक्ति की है, जिसका पास में गाड़ी पार्ट्स का दुकान है.

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लोगों ने प्रशासन तथा बीसीसीएल के प्रति नाराजगी जताई

घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुटे और प्रशासन तथा बीसीसीएल के प्रति नाराजगी जताई. लोगों का कहना था कि प्रशासन तब तक चुप बैठा रहेगा, जब तक कोई बड़ा हादसा या जनहानि नहीं हो जाती.

घटना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है. पूर्व पार्षद अनूप साव और यूथ कांग्रेस नेता रवि सिंह ने कहा कि यह इलाका लंबे समय से भू-धंसान की दृष्टि से अति संवेदनशील है. वर्ष 2017 में इसी क्षेत्र में गोफ के कारण एक पिता-पुत्र जमींदोज हो गए थे, जिनका आज तक कोई पता नहीं चल पाया.

नेताओं ने प्रशासन से अविलंब इस क्षेत्र में किसी स्वतंत्र और विशेषज्ञ संस्था से भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण कराने की मांग की है. साथ ही निवासरत परिवारों को उचित मुआवजा, पुनर्वास और वैकल्पिक रोजगार प्रदान कर सुरक्षित स्थानों पर बसाने की बात कही.

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कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन से निकाला गया वाहन

घटना की सूचना मिलने पर झरिया थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार अपने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित कर क्षेत्र की अस्थायी घेराबंदी करवाई. वहीं शनिवार की सुबह झरिया विधायक रागिनी सिंह, कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष सिंह, बीसीसीएल एरिया-10 के जीएम निखिल बी. त्रिवेदी, पूर्व पार्षद अनूप साव, दिलीप भारती, महेश शर्मा समेत कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया. कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद वाहन को क्रेन की सहायता से बाहर निकाला और घटनास्थल की भराई कराई गई.

 

 

विधायक रागिनी ने जिला प्रशासन पर लगाये कई गंभीर आरोप

विधायक रागिनी सिंह ने घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि भगवान का शुक्र है कि इस बार कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन यह पूरी तरह प्रशासन और बीसीसीएल की लापरवाही का नतीजा है. उन्होंने कहा कि झरिया में लंबे समय से भू-धंसान की घटनाएं हो रही हैं. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर न तो कोई ठोस कदम उठाए गए हैं और न ही किसी विस्थापन नीति को प्रभावी रूप से लागू किया गया है. 

रागिनी ने कहा कि बैलगाड़ी टाउनशिप में बिना मास्टर प्लान और जनता की राय लिए आवास बनाए गए हैं, जहां न तो मूलभूत सुविधाएं हैं और न ही रोजगार. इसलिए झरिया की जनता जहां विस्थापन चाहती है, उन्हें वहीं बसाया जाए. 

विधायक ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन को झरिया के लोगों से कोई मतलब नहीं है. उनका ध्यान केवल कोयला चोरी कराने तक सीमित है. उन्होंने मांग की है कि भू-धंसान संभावित क्षेत्रों में बैरिकेडिंग, सुरक्षा घेरा और 24x7 निगरानी की व्यवस्था की जाए.

 

समय रहते विस्थापन नहीं हुआ तो कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा : निखिल बी. त्रिवेदी

बीसीसीएल एरिया-10 के महाप्रबंधक निखिल बी. त्रिवेदी ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद कहा कि यह क्षेत्र पहले से ही अग्नि प्रभावित (फायर जोन) घोषित है. पास में बड़ा नाला है और यहां की जमीन अंदर से कमजोर है. उन्होंने कहा कि इस बार अधिक वर्षा के कारण भी भू-धंसान की घटनाएं बढ़ गई हैं. 

त्रिवेदी ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते विस्थापन नहीं हुआ तो यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने बताया कि माइनिंग नक्शे के आधार पर स्थल की तकनीकी जांच की जाएगी और डीआरडीए पुनर्वास पैकेज के तहत स्थानीय लोगों को जल्द से जल्द विस्थापित किया जाएगा. साथ ही क्षेत्रीय लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास किया जाएगा.

 

 

प्रशासन-BCCL पर फूटा लोगों का गुस्सा

इधर स्थानीय नागरिकों में बीसीसीएल और जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश देखा गया. लोगों का कहना है कि प्रशासन और कंपनी तब तक चुप बैठी रहेगी, जब तक कोई बड़ी जनहानि नहीं हो जाती. उन्हें यह भी भय है कि जिस तरह घटनास्थल खुला पड़ा है, वहां बच्चों या राहगीरों के साथ किसी भी समय हादसा हो सकता है.

 

समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो हो सकता है बड़ा हादसा

यह घटना झरिया क्षेत्र में लगातार हो रहे भू-धंसान की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करती है. हालांकि इस बार किसी तरह की जनहानि नहीं हुई . लेकिन अगर प्रशासन ने समय रहते चेतावनी के संकेतों को नजरअंदाज किया तो आने वाले समय में एक बड़ी त्रासदी से इनकार नहीं किया जा सकता.