रेल मंडल के अधिकारियों ने पारस अस्पताल में कराया भर्ती
Ranchi : रेल मंडल रांची के कर्मियों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. डीआरएम चेंबर में कार्यरत दो कर्मचारी 24 घंटे से कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इसमें एक कर्मचारी की हालत सोमवार को काफी गंभीर हो गई. रेल अस्पताल में इलाज के बाद उसे सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां के चिकित्सकों ने लापरवाही बरती और उसे दाखिल करने से इनकार कर दिया. इस बीच जीवन मृत्यु के बीच झूल रहे इस कर्मचारी का ऑक्सीजन लेवल तेजी से नीचे गिरने लगा. स्थिति को गंभीर होता देख मंडल के अधिकारी ने मरीज को पारस अस्पताल में शिफ्ट किया.
रात तक नहीं मिली थी वेंटिलेटर की सुविधा
यहां भी उसे वेंटिलेटर की सुविधा रात तक नहीं मिली. मरीज की हालत गंभीर होती जा रही है. उसका ऑक्सीजन लेवल 72 से गिरकर 60 पर आ गया. ऐसे में यदि उसे वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई, तो उनकी जान को भी खतरा हो सकता है.
रेलकर्मियों में बढ़ कोरोना संक्रमण
रेलमंडल रांची के कर्मियों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. अब तक यहां 65 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. रेल मंडल का हटिया में अपना अस्पताल है. इसके स्वास्थ्य विभाग के स्टोर में दो स्तरीय वेंटिलेटर भी हैं. लेकिन रेलवे के अपने अस्पताल में कोरोना की जांच से लेकर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है. स
ंक्रमण की बढ़ती रफ्तार से यहां रेलकर्मियों में भय का माहौल है. कोविड-19 की जांच व्यवस्था पर रेलवे की लापरवाही से रेल कर्मचारी आक्रोशित हैं. जांच के लिए भी उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है. बड़े अस्पतालों में भी बेड कम हो गए हैं. ऐसे में रेल कर्मियों का इलाज कैसे होगा, यह चिंता उन्हें सता रही है. इस मामले में रेल अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.