Ranchi: राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान “रिम्स” के चिकित्सकों ने फिर से एक युवती की जान बचाई है. दरअसल साहेबगंज जिले के रहने वाली सीमा मुर्मू (काल्पनिक नाम) को पारिवारिक कलह में तीर मार दिया गया था. तीर सीने से होते हुए फेफड़े और हार्ट को छूते हुए पेट में घुस गया था. युवती को घायल अवस्था में शनिवार को रिम्स के इमरजेंसी में लाया गया. जहां प्रारंभिक जांच करने के बाद उसके स्थिति को नियंत्रण में करने की प्रक्रिया को शुरू कर दी गई.
ऑपरेशन कर तीर को निकाला गया
युवती का सीटी स्कैन और एक्सरे किया गया. पाया गया कि तीर सीने से होते हुए फेफड़े और हार्ट को छूते हुए पेट में घुसा हुआ है. सर्जरी विभाग के डॉ आरएस शर्मा ने सीटीवीएस विभाग के डॉ अंशुल कुमार से विचार विमर्श किया. इसके बाद ऑपरेशन किया गया.
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पेट के रास्ते निकाला गया तीर
ऑपरेशन में शामिल सीटीवीएस विभाग के डॉ अंशुल कुमार ने कहा कि ऑपरेशन की जटिलता और हार्ट की संभावित चोट को देखते हुए सीटीवीएस ओटी में ऑपरेशन किया गया. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर्स की टीम ने पेट में चीरा लगाकर पहले चोट को देखा. इसके बाद यह मालूम चला कि तीर सांस की झिल्ली को छेदते हुए लीवर और अमाशय के पास धंसा हुआ था.सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया. फिलहाल मरीज खतरे से बाहर है और उसे एनेस्थेसिया आईसीयू में शिफ्ट किया गया है.
ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों की टीम
इस ऑपरेशन में सर्जरी विभाग के डॉ आरएस शर्मा, डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ अंशुल (सीटीवीएस), डॉ अमृता प्रसाद, डॉ थारागन, डॉ सनमुघा प्रियन, एनेस्थीसिया के डॉ संजय, डॉ प्रतिभा, डॉ अतिप्रिया, डॉ रवि मुर्मू और डॉ दुमिनी सोरेन शामिल थे.
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