Anandpur (Arvind lohar) : मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत के बारंगा से सिरका गांव तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2.20 किमी सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा अनियमितता बरते जाने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पिछले 1 सितम्बर को क़ाम बंद करवा दिया था. ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से जांच किये जाने तक काम बंद रखने की बात कही थी. इसके बाद भी ठेकेदार और विभाग की मिलीभगत से मनमानी करते हुए सड़क, नाली और पुलिया का लीपापोती काम शुरू कर दिया गया. इसकी जानकारी मिलते ही सोमवार को प्रखण्ड प्रमुख गुरुवारी देवगम, भाग 1 के जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश महतो, उप प्रमुख दीपक एक्का (गॉडविन) और गांव के ग्रामीण मुंडा विजय कुमार फिर से सड़क का निरीक्षण किया. इस दौरान देखा कि संवेदक द्वारा मनमाना रवैया अपनाते हुए घटिया निर्माण कार्य पर पर्दा डालने के लिए सड़क का लगातार निर्माण कार्य किया जा रहा था. जिससे देखा जनप्रतिनिधियों ने संवेदक को स्पष्ट तौर पर कहा कि दिया कि जब तक उच्चाधिकारियों द्वारा सड़क की जांच नही की जाती है. तब तक पूर्ण रूप से काम बंद करें. अगर इसके बाद भी संवेदक द्वारा मनमानी करते हुए.फिर से सड़क का निर्माण कार्य किया गया. तो ग्रामीण मजबूरन सड़क में बैठकर उग्र आंदोलन करेंगे.
इसे भी पढ़ें : मझगांव : प्रखंड क्षेत्र के सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में मनाया गया शिक्षक दिवस
सड़क निर्माण में मनमानी नहीं चलेगी : प्रखंड प्रमुख
सड़क का जांच के दौरान प्रखंड प्रमुख गुरूवारी देवगम ने कहा कि खाना पूर्ति कर संवेदक द्वारा घटिया सड़क निर्माण को देखते हुए स्थानीय ग्रामीणों की शिकायत पर सड़क का निरीक्षण किया था.जांच होने तक काम बंद रखने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी ठेकेदार द्वारा लीपापोती करते हुए काम किया जा रहा है। ग्रामीण अब आक्रोशित हो रहे हैं. अगर उच्चाधिकारियों द्वारा जांच से पहले अगर काम होता है. तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : …और 2 सेकेंड में ध्वस्त हो गई टाटा स्टील कोक ओवन की एक यूनिट
घटिया सड़क निर्माण कार्य नहीं करने दिया जाएगा : जिला परिषद
भाग 1 के जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश महतो ने कहा कि बारंग से सिरका तक हो रहे घटिया सड़क निर्माण कार्य को जांच के बाद रोक लगा दिया गया था. इसके बाद भी संवेदक और विभाग के अधिकारियों द्वारा मिलीभगत से मनमानी करते हुए निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया था. जिसको आज पुनः जाँच कर बंद कराया गया.जब तक उच्च अधिकारी जाँच नही करेगें तब तक निर्माण कार्य काम बंद रहेगा. अगर फिर दुबारा संवेदक द्वारा काम शुरु किया गया. तो संवेदक के ऊपर लिखित कारवाई करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
Leave a Reply