सिजुआ से लौट कर रंजीत सिंह
Dhanbad तेतुलमुड़ी 22/12 बस्ती में मस्जिद जमींदोज होने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा तम नहीं रहा है. ग्रामीणों ने इस घटना के बाद पास में चल रहे हिल टॉप ऑउट सोर्सिंग के काम को बंद कर दिया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने मस्जिद में भराई के काम को भी रोक दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक 22/12 के रैयतों को पुनर्वास नहीं किया जाएगा, तब तक ना ही हिल टॉप आउट सोर्सिंग में काम चलेगा और ना ही मस्जिद में भूधंसान स्थल पर भराई होने दी जाएगी. जब लगातर न्यूज के संवाददाता ने स्थानीय रैयतों से बात की तो उन्होंने बताया कि यह घटना बीसीसीएल की लापरवाही के कारण घटी है. अगर यही हाल रहा तो इससे भी बड़ी घटना घट सकती है. उन्होंने कहा कि लगभग 5 वर्षो से 22 /12 के रैयत ग्रामीण पुनर्वास की मांग कर रहे हैं. पुनर्वास के लिए धरना प्रदर्शन तक किया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ .बीसीसीएल प्रबंधक द्वारा 22/12 के ग्रामीणों को अगर कुछ मिला तो वह है सिर्फ अश्वासन. कहा कि यहां लोग प्रतिदिन भय के माहौल में रहने को मजबूर हैं. दूसरा कोई वैकल्पिक रास्ता भी नहीं है. हालांकि 1 दिसम्बर की घटना ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है. इसीलिये इस बार लोग आर पार के मूड में हैं. ग्रामीणों ने फिलहाल पास में चल रहे हिल टॉप ऑउट सोर्सिंग के काम को बंद कर दिया है. यही नही आक्रोशित ग्रामीणों ने मस्जिद में भराई के काम को भी रोक दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक 22/12 के रैयतों को पुनर्वास नहीं किया जाएगा, तब तक ना ही हिल टॉप आउट सोर्सिंग में काम चलेगा और ना ही मस्जिद में भूधंसान स्थल पर भराई होने दी जाएगी.
यह भी पढ़ें : तेतुलमुड़ी बस्ती में भय और आशंकाओं ने जमाया डेरा