Patna: बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है. समय रहते सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने में दिलचस्पी नहीं दिखायी. इसका परिणाम आज लोग भुगत रहे हैं. इस बीच मुजफ्फरपुर से नया मामला सामने आया है. प्रशासन गलत आंकड़े देकर यह साबित करना चाह रहा है कि कोरोना को रोकने के लिये युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है.
कंटेनमेंट जोन की घेराबंदी तक नहीं की गई है
हिन्दी दैनिक प्रभात खबर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने दावा किया था कि जिले में कुल 795 कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं. लेकिन यह दावा ही गलत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश कंटेनमेंट जोन की घेराबंदी तक नहीं की गई है. यहां तक कि कोरोना से बचाव के लिये पोस्टर तक नहीं लगाये गये हैं.
30 से अधिक मरीज मिलने पर मेगा कंटेनमेंट जोन बनाये जा रहे
इस बीच मुजफ्फरपुर प्रशासन ने कोरोना की रोकथाम के लिये जिले में चार मेगा जोन बनाने की घोषणा की है. एसीएमओ ने मीडिया को जानकारी दी है कि जिन इलाकों में 30 से अधिक मरीज पाये जायेंगे, वहां मेगा कंटेनमेंट जोन बनाया जायेगा. इसके तहत तत्काल चार मेगा कंटेनमेंट जोन बनाये जा रहे हैं. इसमें अखाड़ाघाट – अहियापुर रोड में, अघोरिया बाजार-मिठनपुर रोड में, ब्रह्मपुरा जूरन छपरा रोड में और भगवानपुर का इलाका शामिल है.