Hazaribagh : गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, मुकुंदगंज हजारीबाग में गुरुवार को आन-बान-शान से 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया. बतौर मुख्य अतिथि महाविद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सुमित्रा देवी ने झंडोत्तोलन और राष्ट्रगान के बाद कहा कि 90 वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद हमारा देश आजाद हुआ. ‘‘सपनों का भारत‘‘ बनाने के लिए हमारे राष्ट्र नायकों ने जो संविधान बनाया, उसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया और भारत को गणतंत्र घोषित किया गया. कोई भी देश समग्र रूप से तभी आगे बढ़ सकता है, जब उसका अपना संविधान हो, किन्तु उससे भी अधिक जरूरी है कि इस संविधान को हम सभी स्वेच्छा से मानना सीखें. जात-पात, भेद-भाव, सांप्रदायिकता से दूर रहें. नई-नई इबारत लिखकर भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र बनता जा रहा है.
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“देश कई क्षेत्रों में साबित कर चुका है श्रेष्ठता”
सुमित्रा देवी ने कहा कि हमारा देश आज कई क्षेत्रों में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर चुका है और कई क्षेत्रों में बहुत कुछ करना बाकी है. पूर्ण विश्वास है कि हमारा देश पुनः एक बार ‘‘जगत गुरु‘‘ बनकर रहेगा. कोरोना के कारण भारत की अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही थी. इस महामारी के कारण शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों समेत कारोबार और रोजगार पटरी से उतर गए. इसकी वजह से भारत के जीडीपी में भारी गिरावट आने से सभी क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ा. इससे गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय भी अछूता नहीं रहा. इसके बावजूद इस महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया. संस्थान सदैव प्रशिक्षुओं के हितों का ख्याल रखता आया है और आगे भी रखेगा. गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने के अपने संकल्प के साथ महाविद्यालय आगे बढ़ रहा है. हमारा देश कोरोना के प्रभाव से बाहर निकल कर विकास की गति बढ़ा रहा है. महाविद्यालय पुनः पूर्व की तरह संचालित होने लगा है. उन्होंने बीएड और डीएलएड के प्रशिक्षुओं को उनके दायित्वों और कर्तव्यों का पाठ पढ़ाया.
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भारत अखंडता का पाठ पूरे विश्व को पढ़ाता है- बीके झा
आशीर्वचन देते हुए विनोबाभावे विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर बीके झा ने देश के संविधान के इतिहास की जानकारी दी. साथ ही देश के विकास में संविधान की भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा की. उन्होंने भारत शब्द का अर्थ समझाते हुए कहा कि इस देश के नाम में भाव, राग और ताल जुड़ा है. यह देश विविध संस्कृति, धर्म और दर्शन से जुड़े होने के बावजूद एकता और अखंडता का पाठ पूरा विश्व को पढ़ाता है. बाद में देशभक्ति आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई. समारोह में विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक पुहुपलाल महतो, महाविद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार और सचिव मिथिलेश मिश्र, प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार के अलावा समस्त कॉलेज परिवार उपस्थित था. मंच संचालन व्याख्याता कुमारी अंजली ने किया.