Bhojpur: बिहार के भोजपुर के मंडल कारा आरा में सोमवार सुबह पुलिस-प्रशासन ने सघन छापेमारी की. छापेमारी के दौरान दौरान मोबाइल, चार्जर, सिम, खैनी, कैची समेत गांजा की पुड़िया व कई अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए. छापेमारी का नेतृत्व जिलाधिकारी राजकुमार और एसपी संजय कुमार सिंह संयुक्त रूप से कर रहे थे. करीब 6 घंटे तक चली सघन छापेमारी में बंदियों के पास से आठ मोबाइल, पांच सिम, चार चार्जर के अलावा खैनी और गांजे की पुड़िया मिली है. छापेमारी कर निकलने के बाद डीएम ने मीडिया को बताया कि जिले में कई ऐसी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, जिनका कनेक्शन मंडल कारा के कैदियों से जुड़े होने के संकेत मिल रहे थे. उसी आधार पर छापेमारी की गई.
जेल में कैसे पहुंचा आपत्तजिनक सामान, होगी कार्रवाई
डीएम ने बताया कि इस संबंध में प्राथमिकी की कार्रवाई चल रही है. मंडल कारा के अंदर आपत्तिजनक सामान कैसे पहुंचा, इसकी भी जांच होगी. दोषी पाए जाने पर कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी. बता दें कि एक दिन पूर्व शाहपुर के पूर्व मुख्य पार्षद मंटू सोनार को गोलियों से भून दिया गया था. परिजनों ने जेल से भी षड्यंत्र रचे जाने की संभावना जता रहे थे. जमानत पर बाहर आए अपराधियों की भी संलिप्तता की बात कह रहे थे. इसी को लेकर छापेमारी की गई और हत्याकांड के कनेक्शन खंगाले गए.
रात में बनी योजना, सुबह छापा
मंडल कारा में छापेमारी की योजना रात में ही बन गई थी. सुबह छह बजे अचानक डीएम और एसपी के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला मंडल कारा पहुंचा. साथ में सदर एसडीओ ज्योति नाथ साहदेव और एएसपी हिमांशु समेत कई पदाधिकारी थे. पुलिस केन्द्र से भी सौ से अधिक जवान मंगाए गए थे. इस दौरान मंडल कारा में सभी वार्डों से लेकर शौचालय, रसोईघर और बरामदे को खंगाला गया. छापेमारी से जेल में हड़कंप मच गया. जेल के अंदर से इतनी संख्या में मोबाइल, चार्जर, सिम, गांजा मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
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