Saraikela : 22 अक्टूबर को दुगनी पुलिस लाइन में एके-47 राइफल की सफाई के दौरान गोली लगने से घायल पुलिस कर्मी दिलीप कुमार सिंह 48 वर्ष की इलाज के दौरान कोलकाता के अस्पताल में निधन हो गया है. घटना के बाद आर्मरर दिलीप सिंह को टीएमएच जमशेदपुर में भर्ती कराया गया था, जहां क्रिटिकल स्थिति को देखते हुए अगले दिन उसे कोलकाता रेफर किया गया था. रविवार की देर रात दिलीप कुमार सिंह का इलाज के दौरान कोलकाता के नारायणा हृदयालय अस्पताल में निधन हो गया. गौरतलब है कि 22 अक्टूबर शुक्रवार को पुलिस लाईन के बैरक में आर्म्स सफाई के दौरान अचानक गोली चलने से आर्मरर दिलीप सिंह घायल हो गये थे. गोली उनके सीने के निचले हिस्से को आर पार कर गयी थी. अब मंगलवार की सुबह आर्मरर दिलीप सिंह के पार्थिव शरीर को दुगनी स्थित पुलिस लाइन लाया जाएगा, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. वह मूल रूप से बिहार के नालंदा के रहनेवाले थे. यहां उनका परिवार किराये के मकान में रहता था. गार्ड ऑफ ऑनर के बाद जवान के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक निवास स्थान पर ले जाया जाएगा.
कोलकाता में 3.92 लाख इलाज में खर्च हुए पर बचाया नहीं जा सका
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन की सरायकेला-खरसावां इकाई ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष को दिलीप कुमार सिंह के निधन की जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा है. पत्र में दिलीप कुमार सिंह के इलाज में खर्च हुई राशि अस्पताल के खाते में जमा कराने का अनुरोध किया गया था. पत्र में बताया गया कि दिलीप कुमार सिंह के इलाज में 3.92 लाख रुपए खर्च हुए, जिसे अस्पताल में तुरंत जमा कराना आवश्यक है. जिसके बाद पुलिस कर्मियों से भी एसोसिएशन ने सहयोग मांगा. उधर, परिजनों ने पुलिसकर्मियों से मिली मदद से अस्पताल का बिल चुका दिया है. वहां से वे आर्मरर दिलीप सिंह के पार्थिव शरीर के साथ सरायकेला निकलने की तैयारी कर रहे हैं.