NewDelhi असम विधानसभा चुनाव के बाद रविवार को वोटों की गिनती शुरू हुई. शुरुआती रुझानों में असम में भाजपा गठबंधन फिर सत्ता में लौट रहा है. भाजपा 72 सीटों पर आगे है. कांग्रेस गठबंधन 42 सीटों पर आगे चल रहा है. 2 सीटों पर अन्य की बढ़त है. अगर यह रूझान नतीजों में बदले, तो राज्य में भाजपा की लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी होगी
केरल में सत्ताधारी लेफ्ट बहुमत की ओर
केरल में सत्ताधारी लेफ्ट को आसानी से बहुमत मिलता दिख रहा है. शुरुआती रूझानों में LDF को 93, UDF को 44 और भाजपा को 3 सीटें मिलते दिख रही है. पलक्कड़ से मेट्रोमैन और भाजपा उम्मीदवार ई श्रीधरन बढ़त बनाये हुए हैं. केरल में 140 सीटों पर करीब 74% मतदान हुआ है। 2016 के विधानसभा चुनाव में 77.53% हुआ था.
असम में NRC सबसे बड़ा मुद्दा
असम की राजनीति में पिछले कुछ साल से NRC यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस. सबसे बड़ा मुद्दा रहा है. इस मुद्दे पर असम में बड़े पैमाने पर हिंसक आंदोलन हो चुके हैं और कई लोग खुदकुशी भी कर चुके हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों के मसले ने प्रदेश में BJP का आधार मजबूत किया है. 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भी NRC ही सबसे ज्यादा चर्चा में रहा.भाजपा कहती रही है कि असम के नतीजे आते ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जायेगा.
2016 में पार्टी ने पहली बार राज्य में सरकार भी बना ली. इसके बावजूद NRC पर बात आगे नहीं बढ़ी. ऐसे में यह मुद्दा इस बार भाजपा की चुनावी रणनीति पर आखिरी मुहर लगायेगा. यह चुनाव मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के लिए भी परीक्षा है. अगर वे दूसरी बार पार्टी को जीत दिला देते हैं तो पार्टी के अंदर से मिल रही चुनौतियों पर भी पार पा लेंगे.