Ranchi: राज्य के असिस्टेंट प्रोफेसर के निश्चित मासिक मानदेय का मामला खत्म होता दिखायी नहीं दे रहा है. दो से ज्यादा बैठकों के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल रहा है. झारखंड असिस्टेंट प्रोफेसर अनुबंध संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. निरंजन महतो ने बताया कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर एक निश्चित मासिक मानदेय की माग को लेकर 8 नवंबर को अलबर्ट एक्का चौक के आसपास के क्षेत्रों मे भिक्षाटन करेंगे. उन्होंने कहा कि यूजीसी रेगुलेशन- 2018 के अनुसार विश्वविद्यालयों में कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर को प्रतिमाह एक निश्चित मासिक मानदेय 57,700 रुपये देने का प्रावधान है. प्रदेश संरक्षक डा. एसके झा ने कहा कि मानदेय भुगतान में घोर असमानता आज भी बरकरार है जबकि, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ में इन शिक्षकों को यूजीसी नियमावली- 2018 के अनुसार निश्चित मासिक मानदेय तय किया गया है. मौके पर डॉ मिथिलेश कुमार, डॉ संगीता कुजूर, डॉ सुमंत झा, डॉ अरविन्द कुमार सहित अन्य मौजूद थे.