Ranchi : चाईबासा के ठकुरानी लौह अयस्क के स्टॉक की नीलामी से सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने का आरोप प्रदेश बीजेपी ने लगाया है. पार्टी अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (JSMDC) ने ठकुरानी माइंस के लौह अयस्क को लेकर जो टेंडर निकला है, वह पूरी तरह से सत्तारूढ़ सरकार, मास्टरमांइड कांग्रेस और अधिकारियों की साजिश का उदाहरण है. दीपक प्रकाश ने इसके खिलाफ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलकर शिकायत की है. उन्होंने राज्यपाल से JSMDC द्वारा निकाले टेंडर को तत्काल रोक लगाने और ग्रेड निर्धारण के लिए भेजे खनिज नमूनों की जांच किसी सक्षम एजेंसी से कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
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लगातार न्यूज ने प्रमुखता से खबर छाप 20 करोड़ बंदरबांट की आशंका
बता दें कि लगातार न्यूज ने बीते 8 जून को ही ‘ठकुरानी आयरन ओर माइंस में ग्रेड घोटाला, JSMDC ने निकाला टेंडर, 20 करोड़ बंदरबांट की आशंका’, शीर्षक से खबर छापी थी. दीपक प्रकाश ने बताया है कि पदम कुमार जैन को आवंटित ठकुरानी लौह अयस्क माइंस लीज राज्य सरकार ने 2019 में रद्द कर दी थी. इसके पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में 347 खदानों पर अनुमति से ज्यादा खनन करने पर जुर्माना लगाने का आदेश दिया था. इसमें पदम कुमार जैन पर भी 334.47 करोड़ का जुर्माना लगा था. इस बीच कोर्ट ने आदेश दिया था कि जुर्माने की रकम की वसूली पूर्व में बचे स्टॉक को बेचकर की जा सकती है.
केवल एक दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने से स्पष्ट, हुई है अनियमितता
सत्ता में आते ही वर्तमान हेमंत सरकार ने बचे स्टॉक के नीलामी की जिम्मेदारी JSMDC को दे दिया. JSMDC ने 13 प्रकार के लौह अयस्क के नमूने हजारीबाग स्थित प्रयोगशाला में 30 मई 2021 को भेजा. आश्चर्य है कि नमूने की जांच रिपोर्ट ठीक 1 दिन बाद यानी 31 मई को उपलब्ध करा दिया गया. केवल 1 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने में बरती अनियमितता साफ इशारा करती है कि राज्य सरकार और JSMDC के द्वारा निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए आनन-फानन में नमूने की जांच कर मानक प्रक्रियाओं की घोर उल्लंघन किया गया है.
101723.6 टन लौह अयस्क के नीलामी से न्यूनतम 40 करोड़ की क्षति होने की आशंका
दीपक प्रकाश ने बताया है कि इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस को सौंपी गई माइनिंग प्लान, पूर्व लीजधारी द्वारा IBN, राज्य सरकार को सौंपी गई मासिक रिटर्न की रिपोर्ट, माइंस स्थानांतरण के दौरान उपलब्ध स्टॉक की जानकारी, साथ ही चाईबासा DC द्वारा खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव को सौंपी रिपोर्ट में लौह अयस्क स्टॉक के जो आंकड़े दिए गए हैं, वह हजारीबाग प्रयोगशाला द्वारा उपलब्ध कराए गए रिपोर्ट के बिल्कुल भिन्न हैं. यह बात पुष्टि करती है कि लौह अयस्क उच्च गुणवत्ता का था, परंतु प्रयोगशाला की रिपोर्ट में कम गुणवत्ता वाले आंकड़े दर्शाए गए. इससे राज्य को 101723.6 टन लौह अयस्क की नीलामी से न्यूनतम 40 करोड़ की क्षति होने की आशंका है. दीपक प्रकाश ने कहा, कि उच्च गुणवत्ता की नीलामी से सरकार को ज्यादा राजस्व की प्राप्ति होती.
आज सिडिकेंट के माध्यम से राज्य में हो रही बालू की तस्करी
दीपक प्रकाश ने कहा है कि हेमंत सरकार में आज सिडिकेंट के माध्यम से बालू की तस्करी हो रही है. शराब के माध्यम से सरकार धोखाधड़ी का काम कर रही है. अब राज्य को मिले खनिज संपदा की लूट खुलेआम दी जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश बीजेपी सरकार के ऐसी लूट की मंशा को कभी भी पूरा नहीं होगी. अगर जरूरत पड़ेगी, तो पार्टी सड़क पर इसे लेकर लड़ाई भी लड़ेगी.
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