Jamshedpur : सर्किट हाउस में भाजपा विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह राज्य की हेमंत सोरेन सरकार काम पर कम और कमाने पर अधिक ध्यान दे रही है. झारखंड सरकार के गठन के 20 महीने बाद भी सरकार हर कार्य में फेल रही. कोरोना के बहाने धीमी गति से काम कर रही है. सारी योजनाओं को ताला मारकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. सरकार की सबसे बड़ी और पहली जिम्मेदारी होती है जनता को भयमुक्त रखना. जिसमें वह पूरी तरह फेल रही है. चोरी और डकैती की घटनाओं से अखबार पटा पड़ा है. इन 20 महीनों में सबसे अधिक 2800 महिलाएं दुष्कर्म की शिकार हुई हैं. मरांडी सर्किट हाउस में मंगलवार की सुबह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. प्रेसवार्ता में जमशेदपुर के सांसद विद्युतवरण महतो, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव और जिला महामंत्री अनिल मोदी भी मौजूद थे.
मीडिया सरकार के विरुद्ध बोलती है तो बन्द कर दिए जाते हैं विज्ञापन
मरांडी ने कहा कि पलामू में जिस पुलिस अधिकारी की साठगांठ से 10 लाख रुपए फिरौती लेकर अपराधी दो लोगों की हत्या कर देते हैं, उसी पुलिस अधिकारी को धनबाद जैसे जिला की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है. अभी हाल में ही रांची के एक पत्रकार पर हमला हुआ. हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. आज राज्य में बालू की लूट खुद सरकार ने मचा रखी है. लोकतंत्र के मंदिर को भी सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया. इसका विरोध करने पर हमारे ऊपर लाठियां बरसाई गईं. आज इस सरकार के विरोध में कोई मीडिया संस्थान आवाज उठाती है तो उनको विज्ञापन नहीं दिया जाता है. सोशल मीडिया पर भी पाबंदियों लगा दी जाती हैं.
सरकार स्वास्थ्य सेवाओं पर नहीं दे रही ध्यान
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई ध्यान नहीं है. तीन मेडिकल कॉलेज खोलने के संबंध में भाजपा ने पत्र लिखा. प्रधानमंत्री द्वारा कई मशीनें कोरोना की पहली लहर के बाद भिजवाई गई थी, लेकिन सभी मशीनें वैसे ही बन्द पड़ी हैं. किसी का इस्तेमाल ही नहीं किया गया. रांची में कई मेडिकल के लिए मशीनों को खरीदने में महीनों लग गए. बाद में हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा. वहीं, विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि फिलहाल संगठन को मजबूत करने का कार्य चल रहा है. इस सिलसिले में सभी जगह का दौरा भी किया जा रहा है. पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर आगे की रणनीति तय की जा रही है.