Ranchi: बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को अपने घर के बिजली बिल में राज्य की जनता की पीड़ा दिखाई दी. इसके बाद उन्होंने बिजली विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि विभाग की लापरवाही से जनता परेशान है. उन्होंने विभाग को कई सुझाव भी दिये हैं. बाबूलाल मरांडी का कहना है कि उनके रांची स्थित आवास में पिछले डेढ़ साल से 4-6 महीने के अंतराल पर बिजली बिल आ रहा है.
शिकायत के बाद भी विभाग ने नहीं सुधारा बाबूलाल के घर के मीटर
बाबूलाल ने कहा कि त्रुटिपूर्ण मीटर रहने के कारण बिल असामान्य रूप से आ रहा है, जिसकी शिकायत भी गोंदा मंडल के कार्यपालक अभियंता से की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. यहां तक कि बिल में चक्रवृद्धि ब्याज भी जोड़कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मेरे आवास का दिए गए बिजली बिल में हुई गड़बड़ियों के बारे में बताया, लेकिन विभाग ने इसपर भी संज्ञान नहीं लिया.
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बिल में चक्रवृद्धि ब्याज जोड़ने से जनता को होती है परेशानी
बाबूलाल ने कहा कि जनवरी-2020 से ही राज्य के उपभोक्ताओं को अनियमित रूप से बिजली बिल दिया जा रहा है. तीन-चार महीने में एक बार बिजली बिल चक्रवृद्धि ब्याज जोड़कर दिया जाता है. इससे बिल की राशि काफी बड़ी हो जाती है. मध्यम वर्ग परिवार के लोगों को इससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
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मरांडी ने बिजली विभाग को दिये सुझाव
- सभी उपभोक्ताओं को हर महीने नियमित रूप से बिजली बिल दिया जाए
- यदि बिल हर महीने देना संभव नहीं हो तो बिल में चक्रवृद्धि ब्याज नहीं जोड़ा जाए
- बिजली बिल भुगतान के लिए मासिक Prepaid / Postpaid व्यवस्था की जाए
- उपभोक्ताओं द्वारा शिकायत मिलने पर त्रुटिपूर्ण मीटर की जांच कराकर ही बिजली बिल निर्गत किया जाए