Ranchi: भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रिम्स में ए ग्रेड नर्स की नियुक्ति में रिम्स में कार्यरत नर्सों को ही प्राथमिकता देने की मांग की है. इसे लेकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि ए ग्रेड की नर्सों की नियुक्ति के लिए जेएसएससी द्वारा ली गई परीक्षा में रिम्स में कार्यरत नर्सों को प्राथमिकता नहीं दी गई है. वहां की कई नर्सों ने पत्र लिखकर उन्हें यह जानकारी दी है. आदिवासी छात्र संघ ने भी इससे संबंधित ज्ञापन दिया है.
रिम्स निदेशक ने भी वादा किया था
बाबूलाल ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान रिम्स प्रबंधन ने 10 हजार रुपये मासिक मानदेय पर नर्सों को नियुक्त कर उनकी सेवा ली. इनकी मेहनत देखकर रिम्स निदेशक ने वादा किया था कि उन्हें स्थाई नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ए ग्रेड की नर्सों की बहाली में स्टेट नर्सिंग काउंसिल को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन झारखंड की नियुक्ति नियमावली में इससे वंचित कर दिया गया है. यहां तक की अनुभव के आधार पर मिलने वाले 25 अंक को भी नियमावली से विलोपित कर दिया गया है. बाबूलाल ने मंत्री से अपील की है कि परीक्षाफल को रद्द करके फिर से परीक्षा ली जाए और रिम्स में कोविड काल से सेवा दे रही नर्सिंग पास छात्राओं को ए ग्रेड नर्स की नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाए.
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