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नई शराब नीति: माफियाओं को खुली छूट
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि नई शराब नीति माफियाओं को खुली छूट देने की साजिश है. इस नीति के तहत नीलामी यूनिट के आधार पर होगी, जिसमें एक व्यक्ति या समूह अधिकतम 12 यूनिट ले सकता है. इससे एक व्यक्ति या समूह एक जिले में 48 दुकानें और राज्य में 140 दुकानें ले सकता है.कारोबारी बनाएंगे एकाधिकार
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस नीति से कारोबारी पूरे राज्य की शराब दुकानों पर कब्जा और एकाधिकार स्थापित करेंगे. इससे राज्य के शराब व्यापार पर कुछ चुनिंदा नामों का खुला नियंत्रण होगा.राजस्व की क्षति और बेरोजगारी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस नीति से राज्य को राजस्व की भारी क्षति होगी. साथ ही बेरोजगारों, छोटे उद्यमियों और ग्रामीणों के लिए इसमें कोई जगह नहीं है.समाधान के लिए सुझाव
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर सरकार सचमुच रोजगार देना चाहती है तो एक व्यक्ति को एक दुकान की नीति लागू होनी चाहिए. इससे शराब व्यापार में समानता और पारदर्शिता आएगी. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि - अधिसूचित क्षेत्रों में जनसंख्या के अनुपात में दुकानों को आरक्षित किया जाए. - ग्रामीण महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए जो सड़क किनारे हड़िया बेचने को मजबूर हैं. - दुकान संचालन में परिवार की प्रत्यक्ष उपस्थिति अनिवार्य की जाए. इसे भी पढ़ें -सिरमटोली">https://lagatar.in/sirmatoli-flyover-issue-tribal-organizations-protest-jharkhand-bandh-on-june-4/">सिरमटोलीफ्लाईओवर मुद्दा: विरोध में आदिवासी संगठनों का 4 जून को झारखंड बंद