- चारों ओर उग आई हैं बड़ी-बड़ी घासें, आवासों में पशुओं का बसेरा
Baharagoda (Himangshu karan) : बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के पाथरा पंचायत के गंधानाटा में स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल खंडहर में तब्दील हो गया है. अस्पताल के चारों तरफ बड़ी-बड़ी घासें उग आई हैं. यही नहीं अस्पताल के कमरों में स्टाफ बैठना भी मुनासिब नहीं समझते हैं. मरीज तो यहां इलाज कराने से अच्छा मानुसमुड़िया पीएचसी में जाना समझते हैं. इस वजह से यह अस्पताल क्षेत्रवासियों के लिए बेकार साबित हो रहा है. इस अस्पताल का निर्माण पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ दिनेश षाड़ंगी के कार्यकाल में हुआ था.
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यहां एक डॉक्टर एक फार्मासिस्ट, एक वार्ड ब्वाय और चपरासी की नियुक्ति की गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि जब यह हॉस्पिटल बना तो लगा कि गरीबों का बेहतर उपचार होगा. वर्तमान समय में अस्पताल की जो स्थिति हो गई है, उसे देखकर हर कोई हैरत में है. यह अस्पताल किसी पशु आश्रय स्थल से कम नहीं है. प्रांगण के चारों ओर बड़ी-बड़ी घासें उग आई हैं. डॉक्टरों के ठहरने के लिए बने आवासों में आवारा पशुओं एवं पंक्षियों का बसेरा रहता है. कुल मिलाकर आयुर्वेदिक अस्पताल का जर्जर भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. इसकी वजह से यहां मरीज कभी जाते ही नहीं हैं.
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