Jamshedpur : 111 सेव लाइफ अस्पताल मामले में सरयू राय के लगाये गये आरोपों की स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जांच के आदेश दिये हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने उपायुक्त अरवा राजकमल और एसपी मो. अर्शी को मामले में न्यायोचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि आदित्यपुर स्थित सेव लाइफ अस्पताल को बंद कराने के मामले की जांच कराने के लिए सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा था. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि बिना जांच पूरी हुए डॉक्टर ओपी आनंद को जेल कैसे भेज दिया गया. अस्पताल क्यों बंद किया गया. झारखंड क्लीनिकल इस्टैब्लिसमेंट एक्ट का अनुपालन पहले दिन से ही क्यों नहीं कराया जा रहा है. आखिर यह गड़बड़ी कोरोना काल में ही क्यों सामने आ रही है.
इसे भी पढ़ें – मरीज की मौत के बाद पारस अस्पताल में हंगामा, इलाज के लिए 12 लाख लेने का आरोप
डॉ ओपी आनंद को मिल रही थी अस्पताल बंद कराने की धमकी
इससे पहले सरयू राय ने 111 सेव लाइफ अस्पताल के मामले में एक ट्वीट भी किया था, जिसमें अस्पताल के संचालक डॉ. ओपी आनंद द्वारा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को किए गए व्हाट्सएप का स्क्रीन शॉट था. व्हाट्सएप का हवाला देते हुए सरयू ने सवाल उठाया था कि अस्पताल बंद कराने की धमकी कौन दे रहा था. स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर कौन बिल माफ कराता था, इसकी जांच होनी चाहिए.
इसे भी पढ़ें – DGP साहब, ऑडियो वायरल होने के बाद गुंडे और पुलिस कर रहे परेशान, SP, यहां खूंटी में टंगे कपड़े के जैसे, अंकुश ने मांगी मदद
सरयू ने सीएम को भेजा था डॉ आनंद के मैसेज का स्क्रीन शॉट
डॉ आनंद ने स्वास्थ्य मंत्री को व्हाट्सएप में मंत्री को लिखा था कि हमारा कोई बहुत बड़ा कॉरपोरेट अस्पताल नहीं है. हम छोटे अस्पताल के हिसाब से ही इलाज का बिल देते हैं, लेकिन यह भी कोई देना नहीं चाहता. ऐसे में कार्रवाई की जाए. इसी मैसेज का स्क्रीनशॉट सीएम को भेजते हुए सरयू ने लिखा था कि शायद सेव लाइफ अस्पताल के खिलाफ हुई कार्रवाई का इस ट्वीट से तो संबंध नहीं है.