Bermo : उतरी छोटानागपुर के मजदूर एक बार फिर दुबई में बंधक बन गए हैं. उनके परिजन सरकार से वापसी कराने की गुहार लगा रहे हैं. जानकारी के अनुसार बोकारो, हजारीबाग और गिरीडीह जिले के 11 मजदूर दुबई में फंस गए हैं.
इसे भी पढ़ें – पुलिस मुख्यालय ने आरके मल्लिक को सीनियर प्रवक्ता व एवी होमकर को बनाया प्रवक्ता
29 जनवरी 2021 को भेजा गया था दुबई
इन सभी मजदूरों को बेरमो अनुमंडल के पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के एजेंट लालमोहन महतो के द्वारा 19 जनवरी 2021 को दुबई भेजा गया है. दुबई के एयरपोर्ट से कंपनी वाले उसे रिसीव कर ले गए. उसके साथ और भी मजदूर थे. सभी मजदूरों को एक कमरे में ले जाया गया और उन सभी मजदूरों से पासपोर्ट जब्त कर लिया.
इसे भी पढ़ें –केंद्रीय विवि कैंपस के लिए जमीन का होगा अधिग्रहण, सरकार ने दिये 35 करोड़
काम नहीं मिलने से परेशान है मजदूर
उनसे कहा गया कि एक दो दिन में सभी को काम दिया जायेगा. लेकिन दो माह गुजर गया. अब तक उन मजदूरों को कोई काम नही मिला है. प्रवासियों मजदूरों के लिए काम कर रहे भुवनेश्वर कुमार महतो को जब इसकी जानकारी मिली तो इस मामले में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सचिव को एक ट्विट कर जानकारी दी है.
सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए दुबई में फंसे मजदूरों ने बताया कि वे लोग वापस घर आना चाहते थे. उनके पास जो भी पैसे थे वो खत्म हो गया है. अब खाने पीने में भी दिक्कत हो रही है. कंपनी वाले उनके पासपोर्ट जब्त कर लिया है. जिसके बिना वे वापस लौट भी नही सकते. सभी मजदूरों को एक कमरें में बंद कर रखा गया है.
इसे भी पढ़ें –कहीं आना-जाना होगा और महंगा, 1 अप्रैल से 20 रुपये तक बढ़ जायेगा टोल टैक्स
सभी मजदूरों से 45-45 हजार रूपये एजेंट ने लिया था
पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के कंजकिरो निवासी लालमोहन महतो जॉब दिलाने के नाम पर 11 मजदूरों को 19 जनवरी 2021 को दुबई भेजा था. उसे बताया गया था कि उसे वहां टेक्निकल जॉब मिलेगा और अच्छी सैलरी मिलेगी. अच्छी जॉब के लिए लालमोहन महतो ने इन प्रवासी मजदूरों से 45-45 हजार रूपए भी लिये थे. लेकिन अब उसे वहां कोई काम भी नही मिल रहा है, उल्टे वहां उन्हें खाने पीने की भी दिक्कत हो गई है.
बेरमो के ऊपरघाट के अनिल मरांडी, पेटरवार के आशीष कुमार, विष्णुगढ़ (हजारीबाग) के कुलदीप कुमार, धनपत कुमार, उमेश कुमार, शम्भू हांसदा, महेश मुर्मू, जितेंद्र मंराडी और डुमरी (गिरीडीह) के भीम कुमार, नरेश कुमार, डेगलाल महतो बंधक बने हुए है.
इसे भी पढ़ें –सड़क दुर्घटना में महिला की मौत, लोगों ने शव को रखकर 2 घंटे किया रोड जाम
मजदूरों को खाने पीने में हो रही परेशानी
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि अब एजेंट लालमोहन महतो फोन भी रिसीव नहीं कर रहा है. जबकि दुबई भेजने के समय भरोसा दिलाया था कि वहां कोई दिक्कत नही होगी. अब फोन भी नहीं उठा रहा है. एजेंट लालमोहन ने मज़दूरों को आश्वासन दिया था कि उन्हें कम से कम 25000 हजार रुपए प्लस सैलरी मिलेगी. इसके साथ ही पाइप लाइन के काम में आउट इनकम भी कर सकते हैं. इतना ही नही यह भी कहा था कि खाना और रहना सब फ्री है, लेकिन दो महीना बीत गया, अभी तक काम नही मिला है. कुछ मजदूरों को एडंबास में पैसे मिले थे, लेकिन महीने के अंदर ही खत्म हो गए है.
इसे भी पढ़ें –Rakhi Sawant ने सोशल मीडिया पर शेयर की अपने बचपन की फोटोज
एंजेट लालमोहन महतो कुछ भी बोलने से किया इंकार
दुबई में पहले से भी कुछ प्रवासी मजदूरों काम कर रहे हैं, वे उनसे बात की और फंसे इन मजदूरों की स्थिति का जायजा लिया. वे भी एजेंट से बात करने की कोशिश में है, लेकिन एजेंट फोन नहीं उठा रहा है. इसे पूर्व में ही दुबई में फंसे दौलत महतो की 28 फरवरी को वतन वापसी आये थे. इस मामले में एजेंट कंजकिरो निवासी लालमोहन महतो ने कुछ भी बोलने से इंकार किया है.
इसे भी पढ़ें –Rakhi Sawant ने सोशल मीडिया पर शेयर की अपने बचपन की फोटोज