Patna : बालू खनन को लेकर पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद दियारा में हुए खूनी संघर्ष के बाद पटना और भोजपुर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. अवैध बालू खनन कारोबार से जुड़े माफियाओं के ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है. भोजपुर पुलिस ने जेल में बंद सत्येंद्र गैंग के ठिकानों पर भी छापेमारी की गयी. पुलिस को देख धंधेबाज तो फरार हो गए, मगर ठिकाने से करीब साढ़े 19 लाख कैश, 25 जिंदा कारतूस के अलावे सोने की अंगूठी और आभूषण मिला है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. मामले में पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. प्राथमिकी में जेल में बंद सत्येंद्र पांडे के बेटे अंकित पांडे को आरोपी बनाया गया है. अंकित पांडे पहले से एक दोहरे हत्याकांड में वांटेड रहा है.
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भोजपुर पुलिस कप्तान संजय कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अवैध बालू खनन से जुड़े करीब 55 बालू माफियाओं के ठिकानों पर छापेमारी की गई. कई माफिया पहले से फरार थे, कुछ पुलिस को देख फरार हो गए. उन्होंने बताया कि अवैध खनन मामले में बड़हरा थाना के फुहां गांव से शत्रुधन,श्रीराम सिंह व चांदी थाना क्षेत्र के जोकटा से मनीष को गिरफ्तार किया गया है. विशेष टीम का नेतृत्व एएसपी हिमांश व पीरो डीएसपी राहुल सिंह कर रहे थे.
एसपी संजय कुमार सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरुखिया कला गांव स्थित बालू माफिया सत्येंद्र पांडेय गिरोह के सदस्यों के घर पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए अवैध हथियार छिपाकर रखा गया है. पुलिस टीम ने बिना देर किए छापेमारी की, जिसमें सत्येंद्र पांडेय के बेटे अंकित पांडेय के घर से बैग में रखा 19 लाख 43 हजार 60 रुपए नगद,315 बोर का 25 जिंदा कारतूस,सोने की दो अंगूठी व सोने की दो सिकड़ी मिली. पुलिस का दावा है कि बरामद रकम बालू के अवैध कारोबार से अर्जित की गई है .
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