के अमीरों में अंबानी 11वें नंबर पर, कुल संपत्ति 81.2 अरब डॉलर हुआ
अमेरिका की अर्थव्यवस्था बदतर
फिलहाल बाइडेन से कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती है. क्योंकि अमेरिका कोरोना के कारण काफी प्रभावित हुआ है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था की हालत बदतर हो गयी है. अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ी है. ट्रंप ने व्यापारिक मामलों को सही तरीके से डील नहीं किया था. राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में H-1B वीजा में लगातार">https://lagatar.in/">लगातारबदलाव किया था. इससे सबसे अधिक नुकसान भारतीय प्रोफेशनल्स को हुआ था. इसे भी पढ़े:विवादों">https://lagatar.in/despite-being-in-controversy-these-two-films-are-being-released-on-netflix/19882/">विवादों
में रहने के बाद भी Netflix पर रिलीज हो रही हैं ये दो फिल्में
तेल एवं नवीकरणीय ऊर्जा में बेहतरी की उम्मीद
इसी तरह अगर बाइडेन ने ईरान के साथ रिश्ते बेहतर किये और उस पर लगे प्रतिबंधों में नरमी बरती तो भारत के लिए कच्चा तेल सस्ता हो सकता है. हाल के दिनों में पेट्रोल और डीजल कीमतों में तेजी देखी गयी. इसे भी पढ़े:हाईकोर्ट">https://lagatar.in/high-court-seeks-answers-from-lalus-prison-violation-case-from-jail-management-and-home-department/19878/">हाईकोर्टने लालू के जेल मैनुअल उल्लंघन मामले में जेल प्रबंधन और गृह विभाग से जवाब मांगा
फार्मा इंडस्ट्री को फायदा
बाइडेन ने कहा था कि वे हेल्थकेयर पर खर्च बढ़ायेंगे. इससे भारत के दवा उद्योगों को काफी फायदा हो सकता है. भारत से बड़े पैमाने पर अमेरिका को दवाओं की आपूर्ति की जाती है. इसे भी पढ़े:Standard">https://lagatar.in/rbi-imposes-fine-of-2-crores-on-standard-chartered-bank/19880/">StandardChartered Bank पर RBI ने लगाया 2 करोड़ का जुर्माना
शेयर बाजार पर क्या होगा असर
अमेरिका में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही शेयर बाजार मजबूत होने लगा है. इतिहास में पहली बार सेंसेक्स ने 50 हजार का आंकड़ा पार कर लिया है. इससे भारतीय शेयर बाजारों को थोड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है क्योंकि निवेशक अमेरिकी बाजारों की ओर रुख कर सकते हैं. इसे भी पढ़े:रिकॉर्ड">https://lagatar.in/stock-market-opened-with-declin-after-record-high-sensex-breaks-124-points/19866/">रिकॉर्डहाई के बाद गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 124 अंक टूटा
आत्मनिर्भर भारत के लिए होगा फायदेंमंद
भारत-अमेरिका के बीच कई ऐसे मामले हैं जो अभी तक ठीक नहीं हुए हैं. अमेरिका ने भारत को अपने जनरलाइज्ड">https://en.wikipedia.org/wiki/Generalized_System_of_Preferences">जनरलाइज्डसिस्टम ऑफ प्रीफरेंस (GSP) के फायदों से बाहर कर दिया था. भारत लगातार">https://lagatar.in/">लगातार
कोशिशों में लगा है कि दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते हो जाये. भारत अब चीन को पछाड़कर दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र बनना चाहता है. भारत-अमेरिका रिश्ते सुधरने से ही यह संभव हो सकेगा. यह आत्मनिर्भर भारत के लिए भी काफी फायदेमंद रहेगा. इसे भी पढ़े:BiggBoss:">https://lagatar.in/biggboss-rakhi-gets-a-gift-nikki-becomes-vikass-headache/19864/">BiggBoss:
Rakhi को मिला तोहफा, Nikki बनी Vikas के सिर का दर्द
अमेरिका के साथ बेहतरीन व्यापार
पिछले 20 साल में भारत का लगातार.... अमेरिका के साथ ट्रेड अच्छा रहा है. साल 2001-02 में करीब 38 हजार करोड़ रुपये का ट्रेंड किया गया. जो साल 2019-20 में करीब 1.27 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इसे भी पढ़े:BiggBoss:">https://lagatar.in/biggboss-rakhi-gets-a-gift-nikki-becomes-vikass-headache/19864/">BiggBoss:Rakhi को मिला तोहफा, Nikki बनी Vikas के सिर का दर्द
अमेरिका के निर्यात में भारत का हिस्सा 5 फीसदी
दुनिया से अमेरिका को होने वाले सर्विसेज निर्यात में भारत का हिस्सा करीब 5 फीसदी है. साल 2019 में अमेरिका का भारत से सर्विसेज का आयात 29.7 अरब डॉलर का रहा. पिछले 15 साल में इसमें करीब 14 फीसदी की सालाना दर से बढ़त हुई है. यही नहीं, पिछले 20 सालों में भारत में अमेरिका प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का पांचवां सबसे बड़ा स्रोत रहा है. इसे भी पढ़े:29">https://lagatar.in/budget-session-of-parliament-will-start-from-29-january-all-mps-will-have-corona-test/19850/">29जनवरी से शुरू होगा संसद का बजट सत्र, सभी सांसदों का होगा कोरोना टेस्ट

Leave a Comment