1200 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय की थी
Darbhanga: बिहार के दरभंगा की साइकिल गर्ल नाम से चर्चा में आई ज्योति कुमारी के पिता मोहन पासवान की सोमवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई. बता दें कि पिछले साल लॉकडाउन में जब वाहनों का परिचालन बंद था तो ऐसे समय में ज्योती ने अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर घर लाने का फैसला किया. वह हरियाणा के गुरुग्राम से 12 सौ किलोमीटर दूर बिहार के दरभंगा अपने गांव साइकिल से आयी. इस वजह से वह साइकिल गर्ल के नाम से चर्चित हो गयी.
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दरभंगा में सिरहुल्ली गांव में है घर
ज्योति का घर दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव में है. यहीं उनके पिता मोहन पासवान अपने परिवार के साथ रहते थे. ज्योति के इस कारनामे की वजह से यह गांव पूरे देश में चर्चा में आ गया था. पिता की मौत से गांव में मातम छा गया है.
बता दें कि इसी साल 25 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ज्योति कुमारी से वर्चुअल संवाद के जरिये बात की थी. ज्योति को इस बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भी दिया जायेगा. ज्योति ने कहा था कि उसने श्रद्धा भाव से अपने बीमार पिता की सेवा की. उनकी जान बचाने के लिए साइकिल से घर जाने का निर्णय लिया था. इसमें वह सफल हो गयी थी. उसने कहा कि बच्चों को अपने माता-पिता की सेवा श्रद्धा भाव से करनी चाहिए.
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ज्योति को अपने जीवन पर शॉर्ट फिल्म बनाने का मिला था प्रस्ताव
बताया जाता है कि ज्योति को बाद में एक प्रोडक्शन कंपनी की ओर से उसके जीवन पर शॉर्ट फिल्म और वेब सीरीज बनाने का प्रस्ताव भी मिला था. कंपनी की डायरेक्टर फलक खान और मैनेजिंग डायरेक्टर फराह खान ने सिरहुल्ली पहुंचकर ज्योति को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था. फिल्म के प्रस्ताव पर ज्योति के पिता ने कहा था कि उन्होंने पहले ही विनोद कापड़ी की शॉर्ट फिल्म को स्वीकार कर लिया. इसलिए वे उनके प्रस्ताव पर विचार करेंगे.
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