Patna : अग्निपथ योजना के विरोध में पटना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बुधवार को महागठबंधन के नेताओं ने राजभवन तक पैदल मार्च निकाला. इसमें कांग्रेस विधायक नहीं शामिल हुए. ये लोग अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग कर रहे थे. इस मार्च में राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव सहित अन्य नेता भी शामिल हुए. फिर राज्यपाल को अग्निपथ योजना वापस लेने के लिए ज्ञापन सौंपा गया. इस पैदल मार्च में महागठबंधन में शामिल विपक्षी पार्टियों के विधायक और विधान परिषद सदस्य शामिल हुए.
राजभवन तक पैदल मार्च, राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा
नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट कर कहा कि “एनडीए सरकार की युवा एवं जनविरोधी नीतियों के कारण देश-प्रदेश में व्याप्त बेतहाशा बेरोजगारी व युवाओं का वर्तमान और भविष्य बर्बाद करने वाली अग्निपथ योजना के विरुद्ध महागठबंधन के माननीय विधायकों ने आज राजभवन तक पैदल मार्च कर बेरोजगारी के विरुद्ध युवाओं को अपना समर्थन दिया”. तेजस्वी यादव ने इससे पहले कहा था कि केंद्र सरकार अग्निपथ योजना के नाम पर देश के युवाओं से नौकरी छीनने का काम कर रही है. उन्होंने कहा की देश में रेलवे और सेना में ही नौकरी थी लेकिन देश में पहले ही रेलवे को प्राइवेट करने का काम किया जा रहा है. और अब सेना में भी चार साल के लिए ही भर्ती होगी.
युवाओं एवं छात्रों को अपमानित कर रहे हैं भाजपा के नेता
इधर, राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री और भाजपा के नेता लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपने अधिकारों का गलत फायदा उठा रहे हैं. यह नेता अपने बयानों से युवाओं एवं छात्रों को अपमानित कर रहे हैं. देश के युवाओं को रोजगार चाहिए, लेकिन यहां की सरकारों के पास युवाओं के लिए कुछ नहीं है.
युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
इससे पहले विधानमंडल परिसर में बुधवार को सुबह से ही विधायकों का जुटना शुरू हो गया. इसके बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के विधायकों और अन्य नेताओं ने राजभवन की ओर पैदल कूच किया. आरजेडी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार से अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग कर रही हैं. इनका कहना है कि इससे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अग्निपथ योजना से छात्रों में रोष है और वे युवाओं के साथ हैं. बीते दिनों बिहार में अग्निपथ योजना के खिलाफ बुलाए गए बंद को भी आरजेडी और वाम दलों ने समर्थन दिया था. तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि वे इस योजना का विरोध करेंगे और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को इसे वापस लेना ही पड़ेगा.
कांग्रेस के विधायक पहुंचे दिल्ली
महागठबंधन के राजभवन मार्च से कांग्रेस नेताओं ने दूरी बनाए रखी. दरअसल, कांग्रेस आलाकमान ने अपने पार्टी के सभी विधायकों को दिल्ली बुला लिया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के सभी विधायक राहुल गांधी के खिलाफ जारी ईडी जांच के विरोध में दिल्ली में धरना प्रदर्शन करेंगे. इस कारण पार्टी के महागठबंधन के पैदल मार्च में शामिल नहीं हुए.
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