Patna: कोरोना महामारी के बीच बिहार के सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल कर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिशें जारी है. इसी कड़ी में बच्चों को ऑनलाइन लर्निंग एप्स से जोड़ने के साथ ही शिक्षकों को भी बेहतर बनाने की कोशिश हो रही है. बिहार सरकार पौने चार लाख शिक्षकों को दीक्षा पोर्टल के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से ई-लर्निंग का प्रशिक्षण देकर उन्हें तैयार करने को प्राथमिकता दे रही है. रविवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों, विद्यालय शिक्षा समितियों और प्रखंड शिक्षा अधिकारियों को यू-ट्यूब के माध्यम से ई-लर्निंग के बारे में जानकारी दी.
इसे भी पढ़ें- बिहारः शिक्षक बहाली के अभ्यर्थियों को और करना होगा इंतजार, हाईकोर्ट में तीन जून को होगी सुनवाई
दीक्षा पोर्टल से जुड़ेंगे सभी सरकारी शिक्षक
डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने यू-ट्यूब के माध्यम से शिक्षकों को निर्देश दिया कि दीक्षा पोर्टल अपलोड करें और इससे जुड़ें. कोरोना के संकट काल में ऑनलाइन शिक्षा का महत्व बढ़ गया है. इस पोर्टल पर डिजिटल रूप में पहली से 12वीं तक की सारी किताबें उपलब्ध हैं. संदर्भ कंटेंट और वीडियो क्लिपिंग्स भी ऑनलाइन उपलब्ध हैं. इन सबको देखें और अपने अनुभव को शेयर करें.
इसे भी पढ़ें- खगड़िया के सदर प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री का अपहरण
पांच जून से प्रारंभिक शिक्षकों का प्रशिक्षण
निदेशक ने बताया कि दीक्षा पोर्टल के पहले चरण के प्रशिक्षण कार्यक्रम से शत-प्रतिशत शिक्षक लाभ उठा चुके हैं. इसलिए पांच जून से शिक्षकों के लिए नया प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. इसलिए शिक्षकों को दीक्षा पोर्टल अपलोड करने और जो पहले से जुड़े हैं, उन्हें अपडेट करने को कहा गया है.
इसे भी पढ़ें- बिहार: साइकिल गर्ल के नाम से चर्चित ज्योति कुमारी के पिता की हार्ट अटैक से मौत
इससे पहले छात्रों के लिए आ चुका एप
बिहार सरकार का शिक्षा विभाग इससे पहले छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए e-LOTS एंड्रायड एप जारी कर चुका है. इस एप के जरिये छात्र-छात्राओं को पहली से 12वीं तक की किताबों का पीडीएफ फॉर्मेट के अलावा उपयोगी ऑडियो-विजुअल सामग्री भी प्रदान की जा रही है.